8 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

इंडिया से कनाडा, स्पेन व अन्य देशों के जरिए बदमाश ऐसे करते है बदमाशी..

बदमाशों ने अब नया तरीका अख्तियार कर लिया है। कानूनी दांवपेंच में ज्यादा नहीं फंसना पड़े। इसलिए अब बदमाश किसी कारोबारी या अन्य को विदेशी नंबर से व्हाट्सएप कॉल करते है।

3 min read
Google source verification
इंडिया से कनाडा, स्पेन व अन्य देशों के जरिए बदमाश ऐसे करते है बदमाशी..

इंडिया से कनाडा, स्पेन व अन्य देशों के जरिए बदमाश ऐसे करते है बदमाशी..

मनीष चतुर्वेदी
जयपुर। बदमाशों ने अब नया तरीका अख्तियार कर लिया है। कानूनी दांवपेंच में ज्यादा नहीं फंसना पड़े। इसलिए अब बदमाश किसी कारोबारी या अन्य को विदेशी नंबर से व्हाट्सएप कॉल करते है। बाहरी देश का नंबर देखकर जब कॉल रिसीव होता है तब बदमाश खेल खेलते है। फिर बदमाश फिरौती वसूलने या मर्डर करने जैसी धमकियां देते है। कई बार पीड़ित इनका सीधा शिकार बन जाता है तो कई बार पीड़ित पुलिस तक पहुंच जाता है। वहीं, ठगी करने वाले गिरोह भी इसी तरीके से लोगों को शिकार बना रहे है।


केस इन्वेस्टिगेशन की बात करें तो पुलिस के सामने भी चुनौतियां कम नहीं होती है। क्योंकि बदमाश विदेशी नंबरों से व्हाट्सएप कॉल करते है। जब पुलिस जांच करती है तो नंबर कनाडा, स्पेन, यूके या अन्य किसी देश का होता है। जिस तरीके से भारत में एयरटेल, जियो व अन्य नेटवर्क कंपनियां है। उस तरीके से अन्य देशों में भी टेलिकॉम की नेटवर्क कंपनियां होती है। जहां से संबंधित कंपनी से उक्त नंबर का डाटा लेना पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण होता है। इसी बात का फायदा बदमाश उठाते है।

बदमाश ऐसे करते है विदेश से कॉल्स...
भारत में 50 से ज्यादा ऐसे एप्स है। जिन्हे मोबाइल में डाउनलोड कर पहले उनका निर्धारित पेमेंट किया जाता है। फिर बाहरी देश के नंबर से किसी भी व्यक्ति को व्हाट्सएप कॉल किया जा सकता है। इनमें मुख्य तौर पर न्यूमेरो ई सिम, फेनीटेल, डेन्ट, ई सिम ग्लोबल, हूम ई सिम एप, वर्चुअल सिम, बीएनई सिम जैसे कई एप्स है।

समझे — इन दो मामलों से (कैसे देते है धमकियां)..

केस 1 : जोधपुर के महामंदिर थानान्तर्गत धर्मनारायण का हत्था में एक युवक को विदेशी नम्बर 2492400605 से व्हाट्सएप कॉल आया। कॉल रिसीव करने पर बदमाश ने दस लाख रुपए देने के लिए जान से मारने की धमकी दी। पीडि़त हनुमानराम बिश्नोई ने 8 जून 2022 को महामंदिर थाना पुलिस में मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस मामले की जांच कर रहीं है।

केस 2 : हरियाणा के निगदू इलाके में भी 8 जून 2022 को ऐसा मामला सामने आया। जिसमें विदेश से कॉल करने वाले ने खुद को गोल्डी बराड़ बताया। कांग्रेस कार्यकर्ता सरदार इंद्रजीत गोराया को किसी ने विदेशी नंबर से व्हाट्स एप से कॉल कर जान से मारने की धमकियां दी। जांच में यह नंबर कनाडा, स्पेन व यूके के निकले। पुलिस मामले की जांच कर रहीं है।

विदेश से आने वाले कॉल की ऐसे करें शिकायत..
कई बार लोगों के फोन पर विदेश से कॉल आती है। पाकिस्तान, नेपाल और दूसरे देशों के सिम कार्ड भारत में लाकर ठगी करने करने वाले आपके नंबर पर मैसेज या कॉल करके बैंक आदि से जुड़ी जानकारियां हासिल करते हैं। फेक कॉल करने वालों पर नकेल कसने के लिए ट्राई का टोल फ्री नंबर भी है। ट्राई के टोल फ्री नंबर 1800110420 पर कॉल करके शिकायत कर सकते है।

RBI में ऐसे करें शिकायत..
RBI की ओर से समय-समय पर ऐसी कॉल को लेकर जागरुकता अभियान चलाया जाता है। आपके बैंक खाते की किसी जानकारी के लिए आपको कॉल नहीं करता। ऐसी कोई कॉल आए तो आरबीआई की ओर से एसएमएस और फर्जी कॉल की शिकायत के लिए नंबर भी जारी किया गया है। जिस पर कॉल करके आप शिकायत भी कर सकते हैं। इस तरह की किसी भी समस्या के लिए 8691960000 पर मिस्ड कॉल कर सकते हैं। इस नंबर कॉल के बाद आपके पास कॉल आएगी जो ऐसे मामलों की अधिक जानकारी देगा। इसके साथ ही आरबीआई की वेबसाइट पर भी जाकर शिकायत कर सकते हैं।

डिजिटल इंटेलिजेंस यूनिट का गठन
फर्जी कॉल, मैसेज के जरिए देश में हो रहे ऑनलाइन फर्जीवाड़े पर सरकार भी सख्ती के मूड में है। जामताड़ा और हरियाणा के मेवात इलाके से होने वाली धोखाधड़ी पर सरकार सख्त है। दूर संचार मंत्रालय ने देश में डिजिटल तरीकों से लेन देन में धोखाधड़ी करने वालों पर नकेल कसने के लिए डिजिटल इंटेलिजेंस यूनिट गठन करने का फैसला किया है। यह यूनिट लोकल पुलिस, बैंक और सर्विस प्रोवाइडर एजेंसियों के साथ मिलकर कॉल या मैसेज कर रहे लोगों पर शिकंजा कसेगी।

इनका कहना है...

— बदमाश नई—नई तकनीक का इस्तेमाल कर रहें है। केस इन्वेस्टीगेशन के दौरान हमारे पास संसाधनों की कमी होने से परेशानी का सामना करना पड़ता है।

अनिल गोठवाल, रिटायर्ड आरपीएस अधिकारी

— बदमाश अब नए तरीके से लोगों को अपना शिकार बना रहें है। इसके लिए ऐसे कई एप्स है। जिनके सहारे बदमाश लोगों को टारगेट कर रहें है। ऐसे एप्स को सरकार को बेन करना चाहिए। क्योंकि इनकी वजह से सबसे ज्यादा परेशानी पुलिस को आती है। केस इन्वेस्टीगेशन अधूरी रहती है।

जयदीप शर्मा, साइबर एक्सपर्ट