
आमतौर पर देवस्थान विभाग के अधीन मंदिरों में भक्तों की आवाजाही कम रहने के बाद यह प्रयोग किया जा रहा है। ताकि भक्तों का जुड़ाव प्राचीन मंदिरों से सीधा हो सके।
इन मंदिरों को किया शामिल
विभागीय अधिकारियों के मुताबिक राज्य के प्रमुख पांच मंदिरों में जयपुर के आमेर रोड स्थित मंदिर मावलियां, डाढ़देवी देवी माता मंदिर कोटा, जोधपुर रातानाड़ा स्थित मंदिर गणेश जी, भरतपुर में झील का बाड़ा स्थित कैलादेवी मंदिर, बरसाना स्थित कुशल बिहारी मंदिर में आनलाइन दर्शन की व्यवस्था लागू होगी। साथ ही दान भी कर सकेंगे। इससे पहले कोरोना काल में ऋषभदेव और गोगोमेड़ी मंदिरों में यह व्यवस्था शुरू की थी। हालांकि विभाग के प्रदेश में कुल तीन श्रेणियों में 930 से ज्यादा मंदिर है लेकिन भक्तों की आवाजाही बेहद कम है।
यह रखा बजट
पांच—पांच लाख रूपए की लागत से मंदिरों में कैमरे, नेटवर्क से जोड़ने के साथ ही अन्य संसाधन लगाएं जाएंगे। विभाग की साइट, सोशल मीडिया आदि पर लिंक प्रसारित होने से भक्त घर बैठे भगवान का दर्शन लाभ ले सकेंगे। https// www. rishabhdeo. org/, Gogamedi. org लिंक के जरिए दर्शन हो रहे हैं। आगामी दिनों में मंदिरों के नाम के लिंक के साथ दर्शन होंगे।
कोरोना काल के बाद प्रदेश के पांच ओर मंदिरों में जल्द आनलाइन दर्शन की व्यवस्था प्रारंभ की जाएगी। ताकि भक्त देश—विदेश में भगवान के एक क्लिक में दर्शन कर सकें। मंदिर की खासियत, आयोजन के साथ ही महत्वपूर्ण जानकारी भी उपलब्ध करवाई जाएगी। इसके बाद प्रदेश के अन्य मंदिरों में यह व्यवस्था लागू की जाएगी।
प्रज्ञा केवलरामानी, आयुक्त, देवस्थान विभाग
Published on:
28 Apr 2023 10:16 pm
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