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भारत टीबी को खत्म करने के सही रास्ते पर, सभी साथ मिलकर करे काम: डॉ सिंगला

भारत टीबी को खत्म करने के लिए सही रास्ते पर है।

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भारत टीबी को खत्म करने के सही रास्ते पर, सभी साथ मिलकर करे काम: डॉ सिंगला

भारत टीबी को खत्म करने के सही रास्ते पर, सभी साथ मिलकर करे काम: डॉ सिंगला

जयपुर। राजधानी जयपुर में ब्रोंकोपल्मोनरी वर्ल्ड कांग्रेस (बीडब्ल्यूसी) और कॉम्प्रिहेंसिव क्रिटिकल केयर (डब्ल्यू4सी) पर विश्व सम्मेलन के दौरान मैनेज टीबी इंडिया ऐप और इंडिया फाइट्स टीबी पहल का अनावरण किया गया। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ट्यूबरकुलोसिस एंड रेस्पिरेटरी डिजीज के एचओडी डॉ. रूपक सिंगला की ओर से अनावरण किया गया। इस दौरान डॉ. सिंगला ने कहा कि भारत टीबी को खत्म करने के लिए सही रास्ते पर है। हालांकि लक्ष्य प्राप्त करने के लिए, प्रत्येक हितधारक को मिलकर काम करना होगा। इस ऐप को एलोपैथिक डॉक्टरों द्वारा सख्ती से उपयोग करने के लिए डिज़ाइन किया गया है और यह टीबी रोगियों के लिए उपचार योजना तैयार करते समय निर्णय लेने में उनकी सहायता करेगा।

भारत वर्तमान में विश्वभर में टीबी के मामलों का सबसे अधिक बोझ वहन कर रहा है, अकेले 2022 में लगभग 20 लाख 64 हजार मामले सामने आए हैं। हील फाउंडेशन के अध्यक्ष आर. शंकर ने भारत में टीबी संकट से निपटने के लिए अपनी अटूट प्रतिबद्धता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि टीबी हमारे देश में एक महत्वपूर्ण जन स्वास्थ्य चुनौती बनी हुई है। जनता को शिक्षित करके और एक सहायक वातावरण को बढ़ावा देकर, हम टीबी से जुड़े कलंक को कम करने की दिशा में काम कर सकते हैं और मरीजों को अपना इलाज पूरा करने के लिए सशक्त बना सकते हैं।

वियाट्रिस के भारत में वाणिज्यिक संचालन प्रमुख अजय भाटिया ने कहा कि तपेदिक भारत में एक गंभीर स्वास्थ्य चिंता बनी हुई है। जिससे इस बीमारी से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए सभी हितधारकों के सामूहिक प्रयास की आवश्यकता है।