
भारत का पहला डिजिटल स्कूल जयुपर में, विश्वस्तर पर बनेगी पहचान
अब छात्रों को पढ़ने के लिए पाठ्यपुस्तकें और भारी बैग ले जाने की जरूरत नहीं होगी। ग्लोबल स्टैंडर्ड की शिक्षा देने के उद्देश्य से राजस्थान के जयपुर जिले में स्थित आदर्श विद्या मंदिर भारत का पहला बैगलेस स्कूल बन गया हैं। इस पहल से विद्या भारती के 3480 विद्यार्थी लाभान्वित होंगे। आश्रय संस्था ने एडुफ्रंट के सहयोग से डिजिटल लर्निंग इकोसिस्टम पर आधारित अनूठे पायलट प्रोजेक्ट वन टैबलेट पर चाइल्ड प्रोग्राम के तहत छठी से लेकर बारहवीं क्लास तक के 25 टीचर्स सहित 350 स्टूडेंट्स को टैबलेट वितरण कर क्लासेज का डिजिटलाइजेशन किया है।
साइंस, इंजीनियरिंग और मैथमेटिक्स प्रोग्राम की ट्रेनिंग
यहां टैबलेट पर साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और मैथमेटिक्स प्रोग्राम की ट्रेनिंग देकर छात्रों आधुनिक शिक्षा के साथ टेक्नोलॉजी में भी निपुण बनाया जाएगा। स्टूडेंट्स टेक्स्ट बुक और ब्लैक बोर्ड के बिना टीचर्स से टैबलेट के माध्यम से सभी विषय पढ़ रहे हैं। इसके लिए शिक्षकों और विद्यार्थियों को विशेष ट्रेनिंग भी दी गई हैं। डिजिटल क्लासेज का सकारात्मक पहलू यह भी है कि स्टूडेंट्स घर बैठे टैबलेट के माध्यम से अपने सवाल का टीचर्स से तुरंत हल पाकर समय का सदुपयोग कर सकते हैं। टैबलेट में पूरा पाठ्यक्रम समाहित किया गया है।
तकनीक दुनिया की नई आवाज
आश्रय के चेयरमैन सतीश झा ने बताया कि आज के दौर में निश्चित तौर पर शिक्षा के साथ तकनीक भी बहुत जरूरी है, तकनीक दुनिया की नई आवाज है। हमारा यहीं प्रयास है कि भारत के सभी बच्चों को वर्ल्ड क्लास शिक्षा मिले भले ही वो आर्थिक रूप से सक्षम न हों, लेकिन कोई बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे। हमने स्लेट से स्क्रीन तक का सफर तय कर शिक्षा को फिर से परिभाषित करने का प्रयास किया है। यह पहल स्टूडेंट्स को नए युग की लेटेस्ट टेक्नोलॉजी के माध्यम से विश्व स्तरीय शिक्षा प्रदान करेगी ताकि वो आने वाले समय के लिए तैयार हो सके। टैबलेट जैसे लेटेस्ट टेक्नोलॉजीज के गैजेट्स ने छात्रों के ज्ञान और अवसरों में इजाफा किया है। इससे छात्रों में सीखने की जिज्ञासा और इच्छा बढ़ेगी, जो उन्हें लेटेस्ट टेक्नोलॉजी के नव युग में और आगे ले जाकर नए अवसर प्रदान करने का काम करेगी।
Published on:
05 Apr 2023 10:14 am
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