
फसलों का उत्पादन बढ़ाने के लिए किसानों को कृषि अनुसंधान से जोड़ना बहुत जरूरी है। नवीन तकनीक व उन्नत किस्म के बीजों से फसल उत्पादकता बढ़ेगी। यह बात मुख्य सचिव वी. श्रीनिवास ने कही है। वे बुधवार को राजस्थान कृषि अनुसंधान संस्थान दुर्गापुरा पहुंचे। उन्होंने कृषि अनुसंधान का निरीक्षण किया और बीज उत्पादन कार्यक्रमों की जानकारी ली।
उन्होंने अनुसंधान निष्कर्षों को प्रभावी ढंग से किसानों तक पहुंचाने पर विशेष जोर दिया। मुख्य सचिव को कुलगुरु डॉ. पुष्पेंद्र सिंह चौहान ने विश्वविद्यालय की शैक्षणिक, अनुसंधान एवं प्रसार इकाइयों की गतिविधियों की जानकारी दी। डॉ. चौहान ने संस्थान में उन्नत फसल किस्मों के परीक्षण, अनुसंधान प्रयोगों, दलहनी व तिलहनी फसलों के बीज उत्पादन, रबी व खरीफ फसलों पर चल रहे शोध कार्यों के बारे में बताया।
इस अवसर पर मुख्य सचिव ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजनाओं (सब्जी, गेहूं, जौ, चना फसल) का भी अवलोकन किया। निदेशक डॉ. हरफूल सिंह ने विभिन्न परियोजना की जानकारी भी दी। सब्जी फसलों में बैंगन की बाजार आधारित विभिन्न उन्नत किस्मों, देसी किस्मों तथा सफेद बैंगन के मधुमेह में संभावित लाभों के संबंध में जानकारी प्रस्तुत की।
मुख्य सचिव ने प्रगतिशील कृषकों से संवाद किया तथा कृषि स्टार्ट-अप्स की पहल की प्रशंसा की। कुलगुरु ने बताया कि संस्थान क्षेत्र के किसानों को उन्नत तकनीक, गुणवत्तापूर्ण बीज एवं वैज्ञानिक मार्गदर्शन उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
Published on:
31 Dec 2025 06:25 pm
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