11 सितम्बर को प्रताप नगर में बच्चे का अपहरण किया गया। इसके ठीक एक माह बाद 11 अक्टूबर को बगरू के छितरौली में बच्चे के अपहरण का प्रयास किया गया। पुलिस ने बताया कि प्रताप नगर में भी शाम को अंधेरा हुआ था और बगरू में भी शाम को अंधेरा हुआ था, तभी बच्चे को टॉफी देकर अगवा करने का प्रयास किया गया। चार अपहरणकर्ता बच्चे को कुछ दूर ले गए थे। लेकिन बच्चे को एक जगह लेटाकर दो अपहरणकर्ता बाथरूम करने चले गए और एक इधर-उधर हो गया। तभी बच्चा चिल्लाते हुए भाग निकला। अपहरणकर्ता पकड़े जाने के डर से भाग गए।
क्राइम ब्रांच ने भी दूरी बनाई क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी ने बताया कि बनीपार्क में अजय यादव हत्याकांड और बस्सी में बलात्कार के बाद महिला की हत्या की घटना होने पर प्रताप नगर में बच्चे की तलाश में जुटी टीम को दूर कर लिया गया। प्रताप नगर थाना पुलिस ही बच्चे की तलाश में जुटी है।
पुलिस का यह कहना प्रताप नगर थानाधिकारी बलवीर सिंह ने बताया कि कृष्णा का अपहरण फिरौती के लिए नहीं किया गया। रिश्तेदार व परिचितों की कुंडली खंगाल ली है। अभी तक किसी की भूमिका संदिग्ध नहीं मिली। बच्चे के ह्यूमन ट्रैफिकिंग की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। कृष्णा के माता-पिता के बीच कुछ मनमुटाव था। इस एंगल पर भी बच्चे की तलाश में जुटे हैं। बगरू में बच्चे का अपहरण का प्रयास हुआ है। बुधवार को उक्त बच्चे से अपहरणकर्ताओं के हुलिए की जानकारी के लिए बयान लेने आया हूं। बच्चे की तलाश में हरियाणा और उत्तराखंड में दबिश दी, लेकिन उसका सुराग नहीं लगा। उसकी तलाश जारी है।