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सुनसान भवन और खंडहर बन रहे अपराधियों की शरणगाह, पुलिस चलाएगी तलाशी अभियान

पुलिस मुख्यालय की तरफ से गाइडलाइन

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jaipur

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जयपुर. सावधान! आमजन सुनसान जगहों के आस-पास से निकलते समय सतर्कता बरतें। पुलिस मुख्यालय के मुताबिक सुनसान भवन और खंडहरों सहित पुलियाओं के नीचे के खाली स्थान अपराधियों की शरणगाह बन रहे हैं। पुलिस मुख्यालय ने सभी जिला पुलिस अधीक्षक (जयपुर-जोधपुर डीसीपी) को अपराधियों के छिपने वाले स्थानों की जानकारी देते हुए प्रभावी गश्त के साथ तलाशी लेने के निर्देश जारी किए हैं।

पुलिस मुख्यालय के एडीजी क्राइम रवि प्रकाश मेहरड़ा की ओर से जारी आदेशों में कहा गया है कि शहर के बाहर निर्माणाधीन मल्टीस्टोरी भवन, मकान, खण्डहरनुमा स्थान और ओवर ब्रिज के नीचे वाले स्थान, झुग्गी झोपडिय़ां, रेलवे व बस स्टैंड, सिनेमा हॉल परिसर को शरणस्थली बना सकते हैं। इसके चलते सायंकालीन नियमित गश्त के दौरान ऐसे स्थानों पर बारीकी से तलाशी ली जाए।

डीआइजी राहुल प्रकाश ने बताया कि प्रदेशभर के लिए पुलिस मुख्यालय की तरफ से गाइडलाइन जारी की गई है। जिससे अपराधियों पर शिकंजा कसा जा सके।

अपराध का गहन विश्लेषण कर...

पीएचक्यू ने निर्देश दिए कि सभी पुलिस अधीक्षक अपने-अपने जिले में अपराधिक घटनाओं के होने के समय उन स्थानों के आधार पर गहन विश्लेषण करके अपराध मानचित्र व योजना बनाकर अपराधियों पर अकुंश लगाए। मानचित्र का तात्पर्य है कि किस क्षेत्र में कौनसा अपराध और किस समय में अधिक हो रहा है। ऐसे समय में प्रभावी नाकाबंदी व गश्त करवाई जाए, ताकि अपराधियों को पकड़ा जा सके।

यह भी दिए सुझाव

- बीट अधिकारी व प्रभारी की ओर से चिह्नित आवासीय क्षेत्र जहां पर अपराधियों के शरण लेने की संभावना अधिक होती है। ऐसे स्थानों का प्राथमिकता के आधार पर डोर टू डोर सर्वे करवाया जाए। इसके बाद जिले में डोर टू डोर सर्वे करवाया जाए।

- नौकर और किराएदारों की सूचना नहीं देने वालों के खिलाफ सख्ती से कानूनी कार्रवाई करवाई जाए।

- जिलों में सम्पत्ति संबंधित चालानशुदा अपराधियों की वर्तमान स्थिति और वांटेड अपराधियों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करवाई जाए।

- अपराध नियंत्रण के उद्देश्य के रणनीतिक महत्व के स्थानों पर हथियारबंद पिकेट एवं मोबाइल वाहन तैनात किए जाएं।