
राजस्थान में पेपर लीक की घटनाओं को रोकने के लिए बनी एसआइटी ने विभिन्न परीक्षाओं में पेपर लीक करने के मामले में वांटेड चल रहे आरोपियों की धरपकड़ शुरू कर दी है। लेकिन अभी भी बड़ी संख्या में वांटेड भागे हुए हैं और उनके नामों की सूची फाइलों में दबी है। एसओजी सूत्रों के मुताबिक एसआइटी के एडीजी वीके सिंह ने सभी पेपर लीक प्रकरणों से संबंधित फाइलों में वांटेड आरोपियों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद एसओजी में फाइलों पर जमी धूल हटने लगी है। एक टीम वांटेड आरोपियों की सूची तैयार कर रही है, जिसमें पेपर लीक कराने वाले वांटेड, डमी अभ्यर्थी व मूल अभ्यर्थी, परीक्षा से पहले पेपर लेकर परीक्षा देने वाले सहित पेपर लीक व नकल में मदद करने वाले लोग शामिल है। एडीजी सिंह ने सख्त निर्देश दिए हैं कि वांटेड आरोपियों की धरपकड़ के लिए जरूरत पडऩे पर स्थानीय पुलिस की भी मदद ली जाए।
इन परीक्षाओं के वांटेड हुए गिरफ्तार
- कनिष्ठ अभियंता भर्ती - 2020 के पेपर लीक प्रकरण में जोबनेर के भोजपुरा निवासी वांटेड यशपाल चौधरी को गिरफ्तार किया।
- कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2017 की ऑनलाइन भर्ती परीक्षा में नकल करवाने में मदद करने वाले डीडवाना के चितावा निवासी वांटेड मुलाराम जाट को गिरफ्तार किया।
- स्कूल व्याख्याता परीक्षा 2022 में डमी अभ्यर्थी बैठाने के मामले में व्याख्याता अशोक कुमार, व्याख्याता अर्जुन कुमार विश्नोई, परीक्षार्थी लाखाराम
- आरएएस प्री परीक्षा 2014 के पेपर लीक प्रकरण में हिंडौन सिटी के मोहन नगर निवासी फिजियोथेरेपिस्ट कपिल कुमार भारद्वाज को गिरफ्तार किया।
- आरएएस प्री परीक्षा 2013 के पेपर लीक प्रकरण में करौली के सिकरोदा निवासी आशुतोश मीणा व झुंझुनूं के मुकंदगढ़ निवासी बाबूलाल सोनी को गिरफ्तार किया।
Published on:
08 Jan 2024 07:56 pm
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