
जयपुर। एसएमएस अस्पताल में इमरजेंसी के ऊपर दूसरी मंजिल का बर्न वार्ड.. इसी वार्ड में बुधवार को हुए एसिड अटैक की पीडिता और आरोपित दोनों इसी वार्ड में भर्ती हैं.. लेकिन आज पुलिस की सुरक्षा कुछ कम है.... चार-पांच पुलिसकर्मी गेट पर खड़े हैं... अंदर घुसने पर पहले पुरुष व आगे महिला वार्ड है... पुरुष वार्ड में आरोपित महबूब पलंग पर बैठा हुआ है.. तीन चार लोग उसे घेरकर खड़े थे.. उससे कुछ पलंग आगे ही एसिड पीडिता २६ वर्षीय हिना (परिवर्तित नाम) लेटी हुई है.. हिना के पलंग पर उसका छह वर्षीय बेटा सुबह से बैठा हुआ है.. पास में एक छोटे स्टूल पर बूढ़ा पिता सिर झुकाए बैठा है.. एक पुरुष पुलिसकर्मी से हिना से पूरे मामले की जानकारी ले रहा है.. पलंग पर लेटी हिना के गर्दन से नीचे से लेकर पूरे शरीर पर पट्टियां बंधी हैं.. दोनों हाथ भी कोहनी तक झुलस गए हैं.. चेहरे पर दवाई लगी है.. चेहरा एक तरफ से जला हुआ है.. लेकिन आज जलन कल की अपेक्षा कुछ कम है.. धीमी आवाज में वह कभी पुलिसकर्मियों तो कभी परिजनों के ढेर सारे सवालों के जवाब दे रही है। हिना बोली, 'दीदी, मेरी कोई गलती नहीं थी, फिर भी पता नहीं क्यूं उसने ऐसा किया। ढाई साल पहले मेरे मोबाइल पर एक रॉन्ग नंबर से फोन आया था। उस दिन एक गलत नंबर से बात करना इतना भारी पड़ जाएगा, सोचा भी नहीं था। उस दिन के बाद महबूब से फोन पर बात होने लगी। पहले वह शास्त्री नगर रहता था, बाद में मेरे मोहल्ले में ही किराए से कमरा लेकर रहने लगा। पहले फोन पर बात होती थी, बाद में वह मिलने के लिए बुलाने लगा। मैं उससे मिलने एक-दो बार पार्क में चली गई। बस यहीं मेरी गलती हुई। पार्क में उसने फोटो ले लिए। फोटो पति को भेजने की धमकी देकर वह लम्बे समय से परेशान कर रहा था। बार-बार वह निकाह करने और कमरे पर आने का दवाब बनाता। इसके लिए तो उसने कई बार जान से मारने की धमकी भी दी। मुझे क्या पता था कि एक गलती को छुपाने के लिए सौ झूठ बोलने पड़ेंगे। मैं अपना परिवार और जीवन बिगडऩा नहीं चाहती थी, इसलिए पति को नहीं बताया। अगर तभी पति को बता दिया होता तो आज यह दिन नहीं देखना पड़ता।
हिना ने बताया कि १३ साल की उम्र में ही शादी हो गई थी। शादी के कुछ समय बाद ही पहली बेटी हो गई। अभी उसके दो बेटियां व एक बेटा है। बेटा सुबह से ही मेरे साथ ही है। वह पहले बनीपार्क स्थित एक अस्पताल में नौकरी करती थी। एक महीने पहले ही ट्राइटन मॉल में नौकरी करने लगी थी।
जहां कोई नहीं होता, वहां से आया
हिना ने बताया कि उसने महीने भर पहले महबूब से बात करना बंद कर दिया था। मगर फिर भी वह उसे परेशान कर रहा था। बुधवार को वह रोजाना की तरह नौकरी पर गई। जब वह मॉल के पिछले हिस्से में थी तो अचानक महबूब आ गया। वह उस रास्ते से आया, जहां से आवाजाही नहीं होती। वहां आकर भी निकाह करने की जबरदस्ती करने लगा। मना किया तो उसने तेजाब की बोतल निकाल कर सिर पर डाल दी। उसने बचाव किया इसलिए काफी चेहरा बच गया। तेजाब ने सिर से बहकर पूरा शरीर जला दिया।
महबूब को मिले कडी से कडी सजा
हिना ने कहा कि महबूब भी उसी वार्ड में भर्ती है, मगर वह उसकी शक्ल भी नहीं देखना चाहती। आरोपित को इतनी कडी सजा मिले कि आगे से किसी लड़की पर तेजाब डालने से पहले एक हजार बार सोचे।
जल्दी ठीक हो अम्मी
हिना का छह साल का बेटा दिनभर मां के पंलग पर बैठा रहा। मगर कुछ बोला नहीं। बच्चे, पिता सभी हिना के जल्दी स्वस्थ होने की दुआ कर रहे हैं। --------------------------
Published on:
16 Feb 2018 07:59 pm
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