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ये हैं प्रदीप और कान्हां, जिन्होंने नहीं झुकने दिया जयपुर पुलिस का सिर, डकैतों को पकड़ा तो मिला इनाम

जयपुर के गलता गेट थाना पुलिस ने नागतलाई निवासी आटा कारोबारी सत्यनारायण तांबी के घर डकैती करने वाली दिल्ली की गैंग का सोमवार को पर्दाफाश कर एक महिला सहित 7 लोगों को गिरफ्तार किया।

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jaipur galta gate robbery case police constable Pradeep and Kanha

जयपुर। गलता गेट थाना पुलिस ने नागतलाई निवासी आटा कारोबारी सत्यनारायण तांबी के घर डकैती करने वाली दिल्ली की गैंग का सोमवार को पर्दाफाश कर एक महिला सहित 7 लोगों को गिरफ्तार किया। गिरोह ने अब तक 29 आपराधिक वारदात को अंजाम दिया है।

अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर अजय पाल लांबा ने बताया कि मूलत: अलवर के खैरथल हाल दिल्ली निवासी डकैत अमन सिंह उर्फ जमन सिंह सिकलीगर सिख, दिल्ली निवासी संजय पांचाल, (वारदात के दौरान व्यापारी के घर से कुछ दूर खड़े रहकर नजर रखने वाला) अशोक कुमार पांचाल, निशा पत्नी सचिन पांचाल, दिल्ली निवासी कपड़ा व्यापारी रेहान उर्फ लीलू खां, जयपुर में रामगंज स्थित चीतो वालों का मोहल्ला निवासी (बिजली रिपेयरिंग करने वाला) मुजफ्फर अली और रामगंज स्थित घोड़ा निवासी रोड निवासी लोडिंग टेम्पू चालक वसीम उर्फ समीरउल्ला पठान को गिरफ्तार किया।

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पुलिस की अलग-अलग टीम ने वारदात के बाद 150 वर्ग किलोमीटर में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखी और 70 हजार मोबाइलों की तस्दीक की। गैंग की सबसे पहले पुख्ता सूचना गलता गेट थाने के कांस्टेबल कान्हाराम व जिला विशेष टीम के कांस्टेबल प्रदीप ने संयुक्त रूप से दी।

इसके बाद आरोपियों की धरपकड़ के लिए अभियान चलाया और सात आरोपियों को पकड़ा गया। डीजीपी एम.एल. लाठर ने दोनों कांस्टेबलों को विशेष पदोन्नति देने की घोषणा की। दोनों कांस्टेबल ने वारदात के बाद करीब दो माह पहले तक की सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगालकर डकैतों की कार व जिस मकान में ठहरे थे उसकी पहचान की।

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शाबाश! कान्हा और प्रदीप
अतिरिक्तपुलिस कमिश्नर अजय पाल लांबा ने बताया कि गैंग की सबसे पहले पुख्ता सूचना गलता गेट थाने के कांस्टेबल कान्हाराम व जिला विशेष टीम के कांस्टेबल प्रदीप ने संयुक्त रूप से दी। इसके बाद सात आरोपियों को पकड़ा गया।

हाथोंहाथ प्रमोशन
डीजीपी एम.एल. लाठर ने दोनों कांस्टेबलों को विशेष पदोन्नति देने की घोषणा की। दोनों कांस्टेबल ने वारदात के बाद करीब दो माह पहले तक की सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगालकर डकैतों की कार व जिस मकान में ठहरे थे उसकी पहचान की।