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100 फीसदी यात्री बैठने की अनुमति, फिर भी हर चक्कर में 89 यात्री ही कर रहे सफर

दिल्ली में मेट्रो ने भरी रफ्तार, खाली दौड़ रही 'म्हारी मेट्रो'  

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जयपुर. कोरोना के बाद देश की राजधानी दिल्ली में अब स्थिति सामान्य होने लगी है। इसी वजह से राज्य सरकार ने मेट्रो ट्रेन में 100 फीसदी यात्रियों के बैठने की अनुमति दी थी। लेकिन यह मामला कोर्ट में चला गया और कोर्ट ने मंगलवार को साफ कह दिया कि इस मामले पर निर्णय लेना सक्षम अधिकारियों की जिम्मेदारी है। कोरोना की दूसरी लहर के बाद दिल्ली में मेट्रो 50 फीसदी यात्री भार के साथ चल रही थी।
वहीं, जयपुर की बात करें तो जुलाई से 100 फीसदी यात्री भार के साथ चल रही है, लेकिन अब तक मेट्रो को उम्मीद के मुताबिक यात्री नहीं मिल पाए हैं। अभी प्रतिदिन 16 हजार यात्री ही जयपुर मेट्रो में सफर कर रहे हैं। प्रति चक्कर मेट्रो में औसतन 89 यात्री ही सफर कर रहे हैं। मेट्रो अधिकारी खुद मान रहे हैं कि यह संख्या कम है और त्योहारी सीजन शुरू होने के साथ इसमें बढोत्तरी होगी।


बसें में भी चल रहीं 100 फीसदी क्षमता क साथ
—राज्य में यदि रोडवेज बसों की बात करें तो वे भी 100 फीसदी क्षमता के साथ चल रही हैं। इसी तरह राजधानी में सिटी बसों का संचालन भी 100 फीसदी क्षमता के साथ हो रहा है। हालांकि, निजी बसों को लेकर किसी भी तरह की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। इन बसों में यात्रियों को खड़े हुए भी देखा जा सकता है।
—सिटी बसों से लेकर अन्य बसों में यात्रियों की संख्या पहले जैसी ही दिखाई दे रही है। ये कह सकते हैं कि आवाजाही में लोग मेट्रो की बजाय बसों को बेहतर मान रहे हैं।