दरअसल, जयपुर के नाहरगढ़ में लेपर्ड, एलीफेंट और लॉयन सफारी के बाद अब टाइगर सफारी की शुरुआत की गई है। इससे जयपुर में पर्यटकों का काफी इजाफा होगा। इसके साथ ही अब वाइल्डलाइफ सफारी के लिए भी दुनियाभर में पिंकसिटी की पहचान बनेगी। यहां आपको आसानी से टाइगर का दीदार करने का मौका मिलेगा।
सफारी का शुल्क 252 रुपए
डीएफओ जगदीश गुप्ता ने बताया 8 किलोमीटर लंबा सफारी ट्रैक बनाया गया है। सैलानी वाहन में बैठकर 45 मिनट तक सफारी का आनंद ले सकेंगे। सैलानी को 252 रुपए का शुल्क देना होगा, जिसमें जैविक उद्यान का प्रवेश शुल्क 52 रुपए शामिल है। बता दें, नाहरगढ़ में टाइगर सफारी को साढ़े चार करोड़ की लागत से तैयार किया गया है। जिसमें फेंसिंग, आउटर ट्रेक और गार्ड रूम भी बनाए गए हैं। इसके सात ही वाटर पॉइंट और 10 शेल्टर लगाए गए हैं।
सफारी में पुरानी गाड़ियां ही होंगी इस्तेमाल
टाइगर सफारी में पहले से संचालित पुराने कैंटर का उपयोग किया जाएगा। हालांकि, नए वाहनों के लिए टेंडर निकाले गए थे, लेकिन उनके आने में समय लगेगा। वन अधिकारियों का कहना है कि पुराने वाहन फिलहाल इस्तेमाल में लाए जाएंगे। वन्यजीव विशेषज्ञों का कहना है कि ये वाहन कंडम हो चुके हैं, लेकिन अधिकारियों की मिलीभगत के कारण अब भी चल रहे हैं। इन्हें हटाना आवश्यक है, क्योंकि ये अक्सर खराब भी होते रहते हैं।