
नसबंदी फेल, सरकार को देना पड़ा 22 करोड़ मुआवजा
प्रदेश में पांच साल में 7313 नसबंदी फेल, देश में सर्वाधिक
सरकार को देना पड़ा 22 करोड़ रुपए मुआवजा
जयपुर/भीलवाड़ा। देश में नसबंदी फेल होने के मामले में राजस्थान अव्वल है। यहां हर साल सैंकड़ों नसबंदी के केस फेल हो रहे हैं। इसके चलते सरकार को पीडि़तों को करोड़ों रुपए मुआवजा अदा करना पड़ा है। पिछले पांच साल के आंकड़े देखें तो प्रदेश में नसबंदी के 7313 केस फेल हो गए। नसबंदी फेल होने पर पीडि़तों को 21 करोड़ 39 लाख 90 हजार मुआवजा देना पड़ा। वहीं इस अवधि में नसबंदी के बाद 35 महिलाओं मौत हो गई। उनके परिजनों को 62 लाख 50 हजार मुआवजा दिया गया। कुछ मामलों में संक्रमण और अन्य जटिलताओं के चलते महिलाओं की बच्चेदानी निकालनी पड़ी। प्रदेश में सबसे ज्यादा अजमेर में 581 और कोटा में 529 केस फेल हुए। भीलवाड़ा जिले में पांच साल में 295 नसबंदी ऑपरेशन फेल हुए, जिसके चलते सरकार को 88 लाख 50 हजार रुपए हर्जाना देना पड़ा। जिले में एक महिला की मृत्यु भी हुई।
महिलाएं आगे, पुरुष पीछे
प्रदेश में पांच साल में कुल 13 लाख 81,815 नसबंदियां हुई। इनमें 3 लाख 63,271 महिलाएं व 18, 544 पुरुषों ने नसबंदी कराई। आठ ऐसे जिले शामिल हैं, जिनमें पूरे पांच साल में अधिकतम 100 पुरुषों ने भी नसबंदी नहीं कराई। खास बात यह है कि इन्हीं जिलों में महिलाओं की संख्या हजारों में हैं।
170 पुरुष नसबंदी भी फेल
चिकित्सा विभाग के अनुसार प्रदेश में पुरुष नसबंदी के 170 केस फेल हुए। इनमें सर्वाधिक चूरू में 57, कोटा में 11 केस है। हनुमानगढ़ व जयपुर प्रथम 9-9, अलवर व झुंझुंनू 8-8,अजमेर 7, भीलवाड़ा व चित्तौडग़ढ़ में 6-6, बीकानेर, सवाई माधोपुर, पाली, सीकर जोधपुर, व जयपुर द्वितीय 4-4, प्रतापगढ, गंगानगर व बारा 3-3, भरतपुर, नागौर व बांसवाड़ा 2-2, बाडमेर, सिरोही, बूंदी, जालौर, राजसमन्द 1-1 केस फेल हुए। इन्हें 51 लाख रुपए मुआवजा दिया गया।
जिला पुरुष महिला
बांसवाड़ा 94 35 826
भरतपुर 80 47 664
दौसा 71 37 808
धौलपुर 87 25 20
डूंगरपुर 44 20 677
जैसलमेर 36 14 498
करोली 69 32 592
टोंक 49 30 973
भीलवाड़ा जिले की स्थिति
295 महिलाओं की नसबंदी फेल
88.50 लाख का मुआवजा
6 पुरुषों की नसबंदी फेल
1.80 लाख का मुआवजा
1 महिला की नसंबदी के दौरान मृत्यु
2 लाख का परिजनों को मुआवजा
Published on:
19 Jul 2019 12:59 am
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