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एग्जाम देने आए कांग्रेस MLA और निर्मल चौधरी को पुलिस ने अचानक क्यों पकड़ा? कांग्रेस ने दी आंदोलन की चेतावनी

सांगरिया विधायक अभिमन्यु पूनिया और छात्रनेता निर्मल चौधरी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर हिरासत में ले जाते हुए वीडियो शेयर किया है।

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JAIPUR POLICE

Photo- Nirmal Choudhary Facebook

Rajasthan Politics: राजस्थान में सांगरिया विधायक अभिमन्यु पूनिया और छात्रनेता निर्मल चौधरी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। दोनों राजस्थान विश्वविद्यालय में दर्शन शास्त्र का फोर्थ सेमिस्टर का पेपर देने के लिए गए हुए थे। इस दौरान पुलिस उन्हें पकड़ कर जीप में ले गई। गौरतलब है कि दोनों को हिरासत में लेने के लिए पुलिस सुबह से ही राजस्थान यूनिवर्सिटी में डेरा डाले हुई थी।

सांगरिया विधायक अभिमन्यु पूनिया और छात्रनेता निर्मल चौधरी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर हिरासत में ले जाते हुए वीडियो शेयर किया है। दोनों एग्जाम देने आए उसी दौरान सिविल ड्रेस में आई पुलिस ने उन्हें जबरन सेंटर से हिरासत में ले लिया। पुलिस दोनों को डिटेन कर पहले गांधी नगर थाने लेकर गई।

दोनों के खिलाफ हुई थी FIR

जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल परिसर स्थित पीजी हॉस्टल में रेजिडेंट डॉ. राकेश बिश्नोई की आत्महत्या के मामले में कांग्रेस विधायक अभिमन्यु पुनिया और छात्र नेता निर्मल चौधरी मोर्चरी के बाहर धरना दे रहे थे। जिसके चलते पुलिस ने दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। जिसके बाद अब पुलिस ने दोनों को राजस्थान विश्वविद्यालय से डिटेन किया है।

जानें अचानक क्यों पकड़ा?

हालांकि राजस्थान भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने सरकार पर सवाल उठाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पोस्ट पर जवाब देते हुए लिखा कि आदरणीय पूर्व मुख्यमंत्री प्राप्त जानकारी के अनुसार , निर्मल चौधरी को 2022 के उस मुकदमे में डिटेन किया गया है जिसमें उसने पुलिस की जीप तोड़ कर डीएसपी मुकेश चौधरी को घायल किया था। उस समय मुकदमा तो आपने दर्ज किया था , फिर लोकतंत्र की हत्या बीजेपी सरकार कैसे कर रही है?

छात्रनेता निर्मल चौधरी ने एक्स पर लिखा कि 'राजस्थान पुलिस का गुंडाराज… आज मुझे और संगरिया विधायक श्री अभिमन्यु पूनिया जी को परीक्षा देते समय परीक्षा केंद्र के अंदर से जिस तरह गिरफ्तार किया । पुलिस प्रशासन की यह गुंडागर्दी आमजन के लिए घातक संकेत है। पुलिस बिना वर्दी आकर चलती परीक्षा में अवरोध उत्पन्न कर रही है। आख़िर यह पुलिस की नौकरी में गुंडों का रूप तो नहीं…?

वहीं, सांगरिया विधायक अभिमन्यु पुनिया ने एक्स पर लिखा- राजस्थान विश्वविद्यालय परिसर से मुझे और भाई निर्मल चौधरी को गिरफ्तार कर पुलिस ने कायरता का परिचय दिया है। क्या अब भाजपा के इस क्रुर शासन में आम आदमी की आवाज उठाना अपराध हो गया है, हम इस कायरतापूर्ण हरकत से अन्याय के खिलाफ लड़ना बन्द नहीं करेंगे।

कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने एक्स पर लिखा कि 'राजस्थान यूथ कांग्रेस अध्यक्ष व विधायक अभिमन्यु पूनिया एवं राजस्थान विश्वविद्यालय के निवर्तमान अध्यक्ष निर्मल चौधरी को परीक्षा केंद्र से जबरन हिरासत में लेना अलोकतांत्रिक और अत्यंत निंदनीय है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भाजपा सरकार तानाशाही रवैए से चुने हुए जनप्रतिनिधियों और छात्र शक्ति की आवाज़ को कुचलना चाहती है। सरकार का यह कृत्य अस्वीकार्य है। उन्हें अविलंब रिहा किया जाए, अन्यथा कांग्रेस का कार्यकर्ता सड़कों पर आंदोलन करेगा।

विधायक अभिमन्यु पुनिया तथा राजस्थान विश्वविद्यालय के छात्र संघ अध्यक्ष निर्मल चौधरी को राजस्थान विश्वविद्यालय के कैंपस से पुलिस द्वारा गिरफ्तार करना न केवल जयपुर पुलिस का दोगलापन है बल्कि यह राजस्थान विश्वविद्यालय की स्वायत्तता पर जयपुर पुलिस का सीधा हमला है, मैं इस गिरफ्तारी की कड़ी निंदा करता हूं, प्रदेश के मुख्यमंत्री त्वरित संज्ञान लेकर दोनों को तत्काल रिहा करवाएं।

पूर्व अशोक गहलोत ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा- 'यूथ कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष एवं विधायक अभिमन्यु पुनिया एवं निर्मल चौधरी को परीक्षा देते समय हिरासत में लेना अन्यायपूर्ण व लोकतंत्र का उल्लंघन है। भाजपा सरकार ने पहले डॉ राकेश विश्नोई के परिजनों की बात तक नहीं सुनी और जब इन जनप्रतिनिधियों ने उनके साथ न्याय के लिए धरना-प्रदर्शन किया तो इन पर ही मुकदमा दर्ज कर लिया। जनप्रतिनिधियों को जनहित में आवाज उठाने का अधिकार है। राज्य सरकार अविलंब इन्हें रिहा करे।'