सुबह 8 बजे ओपीडी शुरू होते ही आइएचएमएस का सर्वर धीमी गति से चलने लगा और करीब सवा 9 बजे सर्वर पूरी तरह बंद हो गया। यह स्थिति साढ़े 10 बजे तक रही।
इसके कारण काउंटर पर पर्चियां बनना बंद हो गईं। लोग न तो पर्ची बनवा पाए और न ही डॉक्टर को दिखा पाए। ओपीडी में भीड़ बढ़ गई और गर्मी में मरीजों को खास परेशानी हुई।
एक मरीज हालत बिगड़ने से बेहोश होकर गिर गया, जिसे वहां मौजूद लोगों ने संभाला। जांच के लिए आए मरीज भी जांच नहीं करवा पाए। वे हाथ में पर्ची लेकर इधर-उधर भटकते रहे। कुछ मरीज बिना डॉक्टर को दिखाए लौट गए।
सर्वर डाउन होने के कारण कई मरीज भर्ती भी नहीं हो पाए। जिन मरीजों को भर्ती किया जाना था, उन्हें इंतजार करना पड़ा। वहीं, जिन मरीजों को डिस्चार्ज होना था, वे डिस्चार्ज नहीं हो सके।
दवाइयों के मामले में भी मरीज परेशान हैं। शुगर, हार्ट सहित अन्य बीमारियों की दवाइयां पिछले दो सप्ताह से अधिकतर डीडीसी काउंटरों पर उपलब्ध नहीं हैं। दवाइयां न मिलने से कई मरीज लौट रहे हैं, जबकि कुछ मरीजों को अन्य काउंटरों पर भेज रहे हैं। करीब डेढ़ घंटे तक सर्वर डाउन रहा। इससे मरीजों को परेशानी हुई, विशेषकर नए मरीजों को, जबकि पुराने मरीजों को अधिक दिक्कत नहीं हुई।
डॉ. सुशील भाटी, अधीक्षक, एसएमएस अस्पताल