10 December 2025,

Wednesday

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

JDA और NHAI ने दे दी बड़ी खुशखबरी, जयपुर में 200 फीट बाइपास अब बनेगा सिटी रोड, बनेंगे दो नए फ्लाईओवर

Good News: 200 फीट बाइपास अजमेर रोड चौराहे से वीकेआइ रोड नंबर 14 को जोड़ता है। करीब 12 किमी लंबी इस सड़क पर वर्तमान में कहीं भी चढ़ने-उतरने की सुविधा नहीं है। पहली बार दो फ्लाईओवर बनाकर जनता को सहूलियत दी जाएगी।

2 min read
Google source verification

फोटो: पत्रिका

Jaipur News: राजधानी का 200 फीट बाइपास जल्द ही शहर की सड़कों की तरह काम करेगा। इसे ध्यान में रखते हुए जेडीए और एनएचएआइ पहले चरण में दो फ्लाईओवर बनाने की योजना बना रहे हैं।

ये फ्लाईओवर खिरणी फाटक और दादी फाटक पर बनाए जाएंगे और जयपुर-अजमेर तथा जयपुर-सीकर रेलवे लाइन पर आरओबी के रूप में तैयार होंगे। उत्तरी रिंग रोड के धरातल पर आने के बाद इस बाइपास को सिटी रोड के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा।

बाइपास का महत्व

200 फीट बाइपास अजमेर रोड चौराहे से वीकेआइ रोड नंबर 14 को जोड़ता है। करीब 12 किमी लंबी इस सड़क पर वर्तमान में कहीं भी चढ़ने-उतरने की सुविधा नहीं है। पहली बार दो फ्लाईओवर बनाकर जनता को सहूलियत दी जाएगी।

प्लान की शुरुआत

वर्ष 2017 में जेडीए ने इस सड़क को विकसित करने का प्लान बनाया था। उस समय 110 करोड़ रुपए का बजट रखा गया था। कुछ राशि केंद्र सरकार से मिलने वाली थी, लेकिन राज्य सरकार बदलने के बाद योजना ठंडे बस्ते में चली गई। अब राज्य में भाजपा की सरकार होने और कुछ जनप्रतिनिधियों की रुचि के चलते अधिकारियों को उम्मीद है कि यह प्रोजेक्ट धरातल पर उतर जाएगा।

अब लोग कैसे परेशान हैं

वैशाली नगर और पृथ्वीराज नगर की सैकड़ों कॉलोनियों के हजारों लोग जो सीकर रोड और वीकेआई की ओर जाते हैं, उन्हें अजमेर रोड के 200 फीट चौराहे तक आना पड़ता है। इसके कारण 3 से 5 किमी का अतिरिक्त चक्कर लगता है।

दो आरओबी बनाए जाएंगे

दोनों आरओबी की डीपीआर केंद्र सरकार को भेज दी गई है और जल्द ही स्वीकृति मिलने की उम्मीद है। अनुमान है कि दिवाली के आसपास काम शुरू होगा और 12 से 15 माह में पूरा किया जाएगा।

पहले किए गए काम

सर्विस रोड की मरम्मत के साथ पुलियाओं को नए सिरे से तैयार किया गया। यही कारण है कि इस बार मानसून में पुलियाओं के नीचे जलभराव नहीं हुआ।

उत्तरी रिंग रोड का असर

अभी बाइपास पर ट्रकों की संख्या अत्यधिक है। एनएचएआइ के अधिकारियों के अनुसार बाइपास के दोनों ओर लाखों की आबादी है। उत्तरी रिंग रोड बनने के बाद बाइपास पर भारी वाहनों का दबाव कम होगा।