गरीबों के अधूरे पड़े आशियानों को जेडीए अपने पैसे से बनाएगा। मुख्यमंत्री जन आवास योजना के तहत जेडीए ने अपनी भूमि पर शहर में चार स्थानों पर आर्थिक दृष्टि से कमजोर वर्ग (ईडब्लूएस) के लिए कुल 1192 फ्लैट्स का निर्माण शुरू किया था। निर्माण शुरू करने से पहले लोगों से आवेदन मांगे गए। आवेदनों की लॉटरी निकालकर मकान आवंटन के बाद जेडीए ने मौके पर काम शुरू किया था। सीएम जन आवास योजना के प्रावधानों के तहत आवंटियों से किश्तों में मिलने वाली राशि से मकानों का निर्माण किया जाना था। आवंटियों से किश्तों में मिलने वाली राशि बैंक के एक एस्क्रो अकाउंट में जमा होती थी। इस अकाउंट में जमा राशि से ही मकानों का निर्माण किया जाना था।
इन चारों योजनाओं में मकान निर्माण शुरू भी कर दिया गया, लेकिन बाद में कोरोना महामारी की पहली व दूसरी लहर आ गई। इन योजनाओं के गरीब आवंटी कोरोना महामारी के कारण आर्थिक तंगहाली के चलते खासे प्रभावित हुए। इसके कारण आवंटी बमुश्किल पहली या दूसरी किश्त ही जमा करा पाए। योजनाओं के बैंक अकाउंट में राशि जमा नहीं होने के कारण मकानों का काम रूक गया। पिछले साल भर से अधिक समय से मकानों का निर्माण अटका हुआ है। जेडीसी रवि जैन की अध्यक्षता में हुई बैठक में इन अधूरे आवासों को पूरा कराने का निर्णय किया गया।
यह भी पढ़ें : संकट में दोनों महापौर की कुर्सियां, समय रहते नहीं संभली तो जाना तय
यूं होगा काम
जेडीए ने अजमेर रोड स्थित आनंद विहार में 11.28 करोड़ रुपए की लागत से 236 फ्लैट्स का निर्माण शुरू किया था। आनंद विहार में ही अन्य भूमि पर 15.40 करोड़ रुपए की लागत से 316 फ्लैट्स का काम हाथ में लिया गया था। 256 मकानों का निर्माण 12.62 करोड़ रुपए की लागत से वाटिका रोड स्थित सूर्य नगर योजना में किया जाना था। इसी तरह गोनेर रोड स्थित खेड़ा जगन्नाथपुरा संस्थानिक योजना में 18.93 करोड़ रुपए की लागत से 384 मकानों का निर्माण शुरू किया था। जेडीए अब सबसे पहले खेड़ा जगन्नाथपुरा स्थित योजना के मकानों का बंद पड़ा काम शुरू करेगा। इन मकानों का काम अपने खर्चे पर शुरू करने के बाद जेडीए की ओर से इस बारे में आवंटियों को सूचित किया जाएगा। जेडीए आवंटियों को सूचित करेगा कि उनके मकानों का निर्माण दुबारा शुरू किया जा चुका है। जेडीए इन आवंटियों को बताएगा कि वे जल्द अपनी अधूरी किश्तें बैंक अकाउंट में जमा कराएं। इसके बाद जेडीए इसी तर्ज पर अपने खर्चे से शेष तीन अन्य योजनाओं का बंद पड़ा काम भी दुबारा शुरू कराएगा।