
जयपुर. करधनी में कर्ज से परेशान एक परिवार की ओर से आत्महत्या करने का मामला अभी थमा नहीं कि झोटवाड़ा में कर्ज मांगने वालों से परेशान ज्वैलर ने तेजाब पी ईहलीला समाप्त कर ली। ज्वैलर पर कर्ज चुकाने का दबाव था वहीं जिनको उसने उधार दे रखा था वे भी रकम लौटाने में आनाकानी कर रहे थे। आत्महत्या करने वाला मूलत उत्तरप्रदेश के खुर्जा का पवन सोनी (45) अवधपुरी झोटवाड़ा में रह रहा था। उसने 4 सितंबर शाम घर पर तेजाब पी लिया। परिजनों ने उसे सीकर रोड स्थित मणिपाल हॉस्पिटल में भर्ती कराया, जहां रविवार रात उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया। पुलिस ने कांवटिया अस्पताल में पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया। ज्वैलर के पुत्र सौरभ का कहना है कि पिता ने 60 लाख रुपए लोगों को कर्ज दे रखा था, जबकि उन पर 40 लाख की उधारी थी। उधारी वाले डरा-धमका कर टरका देते जबकि दूसरे लोग कर्ज चुकाने का दबाव बना रहे थे।
सुसाइड नोट: जिल्लत से तो मरना अच्छा
परिजनों के अनुसार पवन ने मरने से पहले सुसाइड नोट भी लिखा था, जिसमें उसने बताया कि पांच-छह लोग उससे आए दिन तकादा करते हैं। साथ ही उधार चुकाने के लिए दबाव बनाते हुए उसे रोज जलील कर रहे हैं। ऐसे में इस जिल्लत भरी जिंदगी से तो मर जाना ही अच्छा है। हालांकि पुलिस इससे इनकार कर रही है।
अब घर में कमाई वाला कोई नहीं
पवन घर में कमाने वाला एकमात्र व्यक्ति था। उसके परिवार में पत्नी, पुत्र और पुत्री है। पुत्री की दो माह पहले ही शादी हुई थी। जबकि 20 वर्षीय पुत्र अभी पढ़ाई कर रहा है। उधर, स्वर्णकार व्यापार मंडल समिति झोटवाड़ा के अध्यक्ष बिहारी लाल सोनी ने बताया कि समिति परिवार को न्याय दिलाएगी। पवन जिन लोगों से रकम मांगता था उनसे जल्द वसूल कर पीडि़त परिवार को दिलाएंगे।
औजार ही बना मौत का हथियार
पवन की दुकान महाराणा प्रताप स्कूल रोड पर थी लेकिन वह ज्यादातर काम घर पर ही करता था। आभूषण निर्माण के दौरान उपयोग में आने वाला तेजाब घर में ही पड़ा था, जो उसने पी लिया।
Published on:
11 Sept 2017 10:08 pm
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