उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी मंगलवार को झोटवाड़ा एलिवेटेड रोड का निरीक्षण करने पहुंची। जेडीए अधिकारियों के स्वागत सत्कार से वे नाराज हो गईं। उन्होंने कहा कि यह सब पसंद नहीं है। मैं यहां लोगों की समस्या सुनने और उसके निस्तारण पर चर्चा करने आई हूं।
दरअसल, उप मुख्यमंत्री के स्वागत में जेडीए अधिकारियों ने एलिवेटेड रोड पर ही टेंट और कुर्सियां लगा दी थीं। जेडीए इंजीनियरिंग विंग के निदेशक देवेंद्र गुप्ता ने प्रोजेक्ट के बारे में पूरी जानकारी दी और दो माह में पूरा करने की बात कही।
दिया कुमारी ने कहा कि पिछली कांग्रेस सरकार को यह काम बहुत पहले ही पूरा कर देना चाहिए था। खामियों की वजह से पांच वर्ष में भी यह प्रोजेक्ट पूरा नहीं हो पाया। जल्दबाजी में उद्घाटन कर दिया। काम करने के दौरान सुरक्षा का ध्यान नहीं रखा जा रहा है, जबकि हैवी ट्रैफिक रहता है।
समझाइश और मुआवजे में देरी
इस एलिवेटेड रोड का दिसम्बर, 2020 में निर्माण कार्य पूरा होना था। एलिवेटेड रोड की राह में 642 मकान और दुकानें आ रही थीं। इन लोगों से समझाइश और मुआवजा देने में जेडीए को काफी समय लग गया और प्रोजेक्ट लेट होता गया। आचार संहिता से पहले निवारू रोड से अम्बाबाड़ी तक के हिस्से से उद्घाटन कर दिया।
– 166 करोड़ रुपए खर्च हो रहे हैं झोटवाड़ा एलिवेटेड रोड पर
– 2450 मीटर कुल लंबाई है इस एलिवेटेड रोड की
– निवारू तिराहे की पुलिया से अम्बाबाड़ी तक के हिस्से का हो चुका है उद्घाटन
– पंचायत समिति, झोटवाड़ा से निवारू रोड तिराहे की पुलिया का अब भी चल रहा है निर्माण कार्य
– फरवरी में निर्माण कार्य को पूरा करने का दावा कर रहे है जेडीए अधिकारी