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जान ​लीजिए जोधपुर के उप निरीक्षक महेन्द्र चौधरी की वायरल तस्वीरों का सच

एससी—एसटी एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले खिलाफ सोमवार को भारत बंद के दौरान जमकर बवाल हुआ।

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mahendra chaudhary

जयपुर। एससी—एसटी एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले खिलाफ सोमवार को भारत बंद के दौरान जमकर बवाल हुआ। हिंसा में 15 से अधिक लोगों की जान चली गई। इस दौरान सोशल मीडिया पर पुराने फोटो और वीडियो हिंसा से जोड़कर जमकर वायरल किए जा रहे हैं। इसका एक उदाहरण देखने को मिला जोधपुर के उप निरीक्षक महेन्द्र चौधरी का।

सोमवार को भारत बंद के दौरान पावटा चौहारे के पास उप निरीक्षक महेन्द्र चौधरी प्रदर्शनकारियों के हमले में घायल हो गए थे। इसके बाद उन्हें तुरंत नजदीकी पावटा जिला अस्पताल ले जा गया। मंगलवार को इलाज के लिए उन्हें जोधपुर से गुजरात ले जाया जा रहा था, लेकिन चौधरी की सांसें गुजरात के मेहसाना में टूट गई।

इसके बाद सोशल मीडिया पर महेन्द्र चौधरी की फोटो सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही है। उनकी फोटो के साथ तीन और फोटो शेयर की जा रही है। इन तस्वीराें में एक आदमी पुलिस वालों को पीटता दिख रहा है। तस्वीराें में बताया जा रहा जो सिपाही पिट रहा है वो महेन्द्र चौधरी है, लेकिन यह फेक है। ना ही इन तस्वीराें में महेन्द्र चौधरी हैं ना ही ये फाेटाे भारत बंद की है। इन तस्वीरों को कई फेसबुक ग्रुप ने जमकर शेयर किया जा रहा है। साथ इन फोटोज को अलग— अलग कैंपशन दिया जा रहा है।

पिछले साल की घटना की फोटो वायरल
उप निरीक्षक महेन्द्र चौधरी के फोटो के साथ जाे तस्वीरें वायरल की जा रही है वह पिछले साल की और उत्तर प्रदेश की कानपुर जिले की हैं। बर्रा के न्यू जागृति हॉस्पिटल के आईसीयू में रेप के मामले में भीड़ का गुस्सा पुलिस की ढिलाई की वजह से फूटा था। इस दौरान भीड़ ने पुलिसवालों पर हमला कर दिया था। इस बीच अचानक एक दरोगा को भीड़ में शामिल कुछ उपद्रवियों ने घेर लिया और गिरा कर लाठी डंडे व पत्थरों पीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था।