
सीजे से वार्ता करना चाहते हैं न्यायिक कर्मचारी
जयपुर। प्रदेशभर में चल रहा न्यायिक कर्मचारियों का आंदोलन आज भी जारी रहेगा। इस दौरान प्रदेश के तमाम अधीनस्थ अदालतों में न्यायिक कामकाज ठप्प रहेगा। सुभाष मेहरा की मौत के संबंध में न्यायिक अधिकारी के खिलाफ करीब एक माह बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली। लेकिन, न्यायिक कर्मचारियों का कहना है कि उनकी सक्षम स्तर पर वार्ता नहीं हो रही है। जिसके कारण अन्य मांगों पर सहमति नहीं बन पा रही है। कर्मचारी मुख्य न्यायाधीश पंकज मिथल से वार्ता करना चाहते हैं। साथ ही आंदोलन के कारण कर्मचारियों के छुट्टियों के समायोजन की मांग भी कर्मचारी उठा रहे हैं।
50 लाख का मुआवजा और अनुकंपा नियुक्ति की भी मांग
दरअसल, कर्मचारियों ने आंदोलन में कई मांगें रखी थी। इनमें पहली मांग न्यायिक अधिकारी के खिलाफ नामजद हत्या की एफआईआर दर्ज करना था। यह मांग कर्मचारियों की पूरी हो चुकी है। लेकिन, अभी तक 50 लाख रूपए का मुआवजा और सुभाष मेहरा के एक परिजन को अनुंकपा नियुक्ति देने की मांग पूरी नहीं हुई है। ना ही इन दोनों मांगों पर कोई लिखित सहमति बनी हैं। वहीं, अब कर्मचारियों की छुट्टियों के समायोजन की भी मांग उठने लगी है।
करीब 20 लाख मुकदमों में सुनवाई प्रभावित
बता दें कि जयपुर शहर की अधीनस्थ अदालतों में 18 नवंबर से और प्रदेश की सभी अधीनस्थ अदालतों में कर्मचारियों का सामूहिक कार्य बहिष्कार 30 नवंबर से लगातार जारी है। ऐसे में अब तक करीब 20 लाख मुकदमों की सुनवाई प्रभावित हो चुकी है। जेल में बंद मुल्जिमों की जमानत अटकने से जेल में भी कैदियों की संख्या बढ़ने लगी है।
Published on:
14 Dec 2022 12:59 pm
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