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कानोता, नेवटा, चंदलाई…बांधों के पानी को पीने योग्य बनाएंगे…टूरिज्म बढ़ाएंगे

सरकार कानोता, नेवटा और चंदलाई बांधों के पानी से उठने वाली दुर्गंध को दूर कर यहां पर्यटन को बढ़ाने और इन बांधों के पानी को पीने योग्य बनाने की दिशा में काम कर रही है। इसके लिए तीनों बांधों के पानी की गुणवत्ता सुधारने की कवायद जल संसाधन विभाग कर रहा है। इसके लिए डीपीआर […]

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जयपुर

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Amit Pareek

Apr 28, 2025

सरकार कानोता, नेवटा और चंदलाई बांधों के पानी से उठने वाली दुर्गंध को दूर कर यहां पर्यटन को बढ़ाने और इन बांधों के पानी को पीने योग्य बनाने की दिशा में काम कर रही है। इसके लिए तीनों बांधों के पानी की गुणवत्ता सुधारने की कवायद जल संसाधन विभाग कर रहा है। इसके लिए डीपीआर तैयार कराई जा रही है। मानसून से पहले, मानसून के दौरान और मानसून के बाद इन बांधों के पानी के गुणवत्ता मापदंड की जांच का काम शुरू होगा।जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि कानोता, नेवटा और चंदलाई बांधों पर पर्यटन से जुडी गतिविधियां बढ़ाने की कवायद शुरू की गईं। लेकिन इन बांधों के पानी से आने वाली दुर्गंध के कारण बांधों की पाल पर पर्यटकों का रुझान कम रहा। चंदलाई बांध में पर्यटकों की संख्या कम होने के साथ ही यहां प्रतिवर्ष आने वाले विदेशी पक्षियों की संख्या में भी कमी आई है।

तय होंगे मापदंडजानकारी के अनुसार जैसे पीने योग्य पानी के मापदंड तय होते हैं उसी तरह से इन तीनों बांधों के पानी की तीन चरणों में गुणवत्ता जांच होगी। इसके बाद बांधों के पानी का टीडीएस, पीएच, टर्बिडिटी व अन्य मापदंड तय किए जाएं जिससे इन बांधों का पानी साफ रह सके और यहां पर्यटन बढ़ सके।

अभी केवल हो रही सिंचाईअभी तीनों बांधों का पानी केवल सिंचाई के लिए ही काम आ रहा है। चूंकि इन बांधों में जयपुर शहर के नालों का पानी भी पहुंच रहा है। यह पानी खेती के लिए भी सुरक्षित नहीं है। ऐसे में तीनों बांधों के पानी की गुणवत्ता तय होती है तो इसका फायदा पर्यटन के साथ किसानों को भी होगा।