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कर्नाटक विधानसभा में प्रतिपक्ष उपनेता की नियुक्ति से खफा विधान परिषद सदस्य

कहा...मेरे पार्टी से बाहर जाने के बाद अल्पसंख्यकों को दे रहे हैं पद...सिद्धरामय्या की जगह तनवीर को नियुक्त करें

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कर्नाटक विधानसभा में प्रतिपक्ष उपनेता की नियुक्ति से खफा विधान परिषद सदस्य

कर्नाटक विधानसभा में प्रतिपक्ष उपनेता की नियुक्ति से खफा विधान परिषद सदस्य

जयपुर। कर्नाटक विधानसभा में यूटी खादर को कांग्रेस पार्टी के प्रतिपक्ष उपनेता बनाने से विधानपरिषद सदस्य सीएम इब्राहिम खफा हैं। उन्होंने कहा कि, यूटी खादर कांग्रेस विधानसभा में पार्टी के उपनेता का पद कांग्रेस नेताओं की जनता को गुमराह करने की रणनीति है। अल्पसंख्यकों को इतने दिन पद नहीं देने वाले मेरे पार्टी से बाहर जाने की बाद अल्पसंख्यकों को खुश करने के लिए खादर को पद दे रहे हैं। इस बारे में सार्वजनिक तौर पर चर्चा होगी। उन्होंने कहा, बाघ के शिकार के लिए भेड़ को बांधने से नहीं चलेगा, बाघ के लिए बाघ को ही लाना चाहिए। इब्राहिम ने कहा कि विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता के पद से सिद्धरामय्या को हटाकर तनवीर सेठ को नियुक्त करना चाहिए। यूटी खादर के पद पर यूटी खादर को नियुक्त करना चाहिए।
कांग्रेस में वापसी का सवाल ही नहीं
विधान परिषद में प्रतिपक्ष के नेता का पद नहीं मिलने के कारण नाराज सीएम इब्राहिम ने कहा कि वे गरीब हैं उनके पास पैसा नहीं है। कांग्रेस में वापसी का सवाल ही नहीं है। आप ही ने हमें बढ़ाया है। आगे भी आप ही को हमारा हाथ थाम कर चलाना चाहिए। आगामी रास्ता क्या होगा देखना है। हमारा श्राप बहुत खराब है, अब उन्हें लगा है। हम विशकंठक की तरह हैं, अब तक सब कुछ सहन किया था। हमें विधान परिषद सदस्य बनाने का सिद्धरामय्या ने बयान दिया है। इस पद पर इस्तीफा देंगे। उन्हें विधायक पद से इस्तीफा देकर चुनाव कराएं, तब देखेंगे कौन जीतते हैं। इब्राहिम ने कहा कि डीके शिवकुमार बहुत बड़े आदमी हैं। हम जैसे को बुलवाकर क्या बात करेंगे। छह माह पूर्व ही सब कुछ ठीक करने का आश्वासन दिया था परन्तु अब कुछ नहीं हुआ। एसआर पाटील से मुलाकात करेंगे, आगे क्या होगा इंतजार करना पड़ेगा। हमारे साथ जो आएंगे उन्हें साथ लेकर जाएंगे। उत्तर कर्नाटक में अल्पसंख्यक, लिंगायत, मैसूरु भाग में गौड़ा, अल्पसंख्यक बनाएंगे। पूर्व में उन्होंने (सिद्धरामय्या) किया था उसी को अब हम करेंगे।
किसी के कहने पर पार्टी में नहीं आए
एसआर पाटील ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में ही बने रहने की राय पर इब्राहिम ने सहमति व्यक्त नहीं की है। सभी मुद्दों को मीडिया के सामने बताया नहीं जा सकता। समय सब बताएगा, इंतजार करके देखिए। हमें यहां आकर इब्राहिम के साथ बातचीत करने के बारे में किसी ने भी नहीं कहा। हम स्वेच्छा से पार्टी के हितों को ध्यान में रखते हुए तथा मित्र के दर्द को समझने के लिए आए हैं।
वरिष्ठों के जाने से पार्टी को होगा नुकसान
पाटील ने कहा कि एक वरिष्ठ नेता के पार्टी छोडऩे पर कांग्रेस को समस्या होगी। इब्राहिम विपक्ष का नेता बनने की उम्मीद में थे। उनसे पार्टी में बने रहने की अपील की है परन्तु वे इसपर राजी नहीं हुए हैं। उन्होंने राज्यभर में दौरा कर जनता की राय प्राप्त करने की इच्छा जाहिर की है। हमें फिलहाल किसी प्रकार की कोई नाराजगी नहीं है। चुनाव के मुहाने पर एक कार्यकर्ता को पार्टी छोड़कर नहीं जाना चाहिए। सभी को एकजुटता से कार्य करना चाहिए। एमएलसी टिकट नहीं देने के मुद्दे पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पाटील ने कहा कि हमने सत्ता में होने पर उत्तर कर्नाटक के बहुत सारे मुद्दों के उठाया है परन्तु हमारी पार्टी में इसे शुमार नहीं किया है। यह उनके और उत्तर कर्नाटक के साथ किया गया अन्याय है।
पाटील ने की इब्राहिम को मनाने की कोशिश
शहर के एक होटल में एसआर पाटील तथा सीएम इब्राहिम ने बातचीत की है। विधान परिषद में पूर्व प्रतिपक्ष के नेता एसआर पाटील तथा सीएम इब्राहिम के बीच चर्चा हुई। विपक्ष के नेता का पद नहीं मिलने से नाराज इब्राहिम को समझाइशी करने की कोशिश की। बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए सीएम इब्राहिम ने कहा कि तीन पार्टियों के असंतुष्ट हमारे साथ हैं, शीघ्र ही नई राजनीतिक ताकत बाहर आएगी। एसआर पाटील के साथ शत प्रतिशत सर्कस फुल हुआ है। हमें बहुत सारे बड़ों का समर्थन है परन्तु जो विधायक हमारे साथ आएंगे इस बारे में अभी नाम उजागर नही करेंगे। कांग्रेस के साथ जद एस, भाजपा के असंतुष्ट भी हमारे साथ आएंगे। फिलहाल कुछ भी नहीं कहेंगे, समय का इंतजार कर रहे हैं।
आंदोलन की चेतावनी
उन्होंने कहा कि जदएस में शामिल होना है या फिर तृणमूल कांग्रेस या फिर समाजवादी पार्टी को संगठित करने का विचार है। हमें जद एस, ममता बनर्जी, अखिलेश यादव पर विश्वास है। इससे पूर्व विजयपुर के कूडलसंगम से आंदोलन करेंगे। इसमें विभिन्न मठाधीश व विभिन्न पार्टियों के नेता भाग लेंगे। आंदोलन में एसआर पाटील भी आएंगे। मुलाकात के दौरान एसआर पाटील ने सहानुभूति व्यक्त की है। अब जिन्हें विपक्ष का नेता बनाया है उनके बारे में हमें सम्मान नहीं होने की बात हमने कही है। उन्होंने हमें पार्टी में बने रहने की अपील की है परन्तु यह समाप्त हुआ अध्याय है।
अहिंद की तर्ज पर अलिंग बनाएंगे
इब्राहिम ने कहा कि हमारी समझाइशी के लिए पाटील आए थे परन्तु हमने ही उनकी समझाइश की है। आगामी दिनों में अच्छा समय आएगा एसआर पाटील भी हमारे साथ आएंगे। राज्यभर में दौरा कर संगठन करेंगे। हमारी उम्मीद से ज्यादा हमें समर्थन मिलेगा। अहिंद की तर्ज पर अलिंग बनाएंगे। एक ओर अल्पसंख्यक, दूसरी ओर लिंगायतों को एकजुट करेंगे। बकाया वर्ग के लोगों को भी एकत्रित करेंगे। 15 दिनों में आगामी राजनीतिक रुख को साफ करेंगे।
भाजपा का ऑफर लेकिन नहीं जाएंगे
इब्राहिम ने कहा कि भाजपा वालों के भी आह्वानित करने पर खुशी हुई है परन्तु उनके सिद्धांत अलग होने से भाजपा में नहीं जाएंगे। असंतुष्टों को मंच की जरूरत है। मंच बनते ही सभी असंतुष्ट एक जगह आएंगे। पिछली पार्टी से चार गुना बड़ी ताकत के तौर पर उभरेगी। अप्रत्यक्ष तौर पर कांग्रेस से बड़ी पार्टी को अस्तित्व में लाने का विश्वास इब्राहिम ने जाहिर किया। उन्होंने कहा कि सिद्धरामय्या से फोन नहीं आया है, इसकी उम्मीद भी नहीं करेंगे। आरएसएस वालों के फोन करने पर भी प्रतिक्रिया व्यक्त करेंगे। ऐसे में सिद्धरामय्या के फोन करने पर क्या बात नहीं करूंगा। और पांच-छह दिन कोप्पल, कलबुर्गी, बल्लारी, रायचूर तथा बेलगावी का दौरा करेंगे। उनकी उम्मीद से ज्यादा समर्थन मिल रहा है।