
Rpsc paper leak : नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड़ ने कहा कि वरिष्ठ अध्यापक पेपर लीक का आरोपी आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा हर पंद्रह दिन में मुख्यमंत्री के घर जाता था। यदि सीबीआई से जांच हो तो प्रकरण के आगे तक जुड़े हुए तारों का भी खुलासा हो सकता है। उन्होंने कहा कि कटारा को खुद मुख्यमंत्री के हस्ताक्षर से सदस्य बनाया गया था। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर किस की सिफारिश पर उसे सदस्य बनाया गया?
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राठौड़ झुंझुनूं में आयोजित जन आक्रोश महाघेराव सभा में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि कटारा साधारण सांख्यिकी अधिकारी था, उसे आरपीएससी का सदस्य क्यों बनाया गया? राठौड़ ने कहा कि इस सरकार ने युवाओं के अरमानों को लूटने का काम किया है। पीसीसी के चीफ बोलते हैं कि मेरे घर में आरएएस पैदा होते हैं। मैं पूछना चाहता हूं पीसीसी चीफ के परिवार के सदस्यों के लिखित से ज्यादा साक्षात्कार में नंबर क्यों आते हैं, आखिर यह रिश्ता क्या कहलाता है?
सचिन को शक्ति याद आई
राठौड़ ने कहा कि सचिन को खेतड़ी में अपनी शक्ति याद आ गई है। अब वे हनुमानजी की तरह कांग्रेस के कुशासन का दहन करेंगे। उन्होंने कहा कि सचिन करें या नहीं करें, हम सभी को मिलकर कांग्रेस शासन का दहन करना होगा।
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वकील नहीं लगाए
राठौड़ ने कहा कि जयपुर बम ब्लास्ट में निर्दोष लोगों की जान चली गई, लेकिन सरकार ने एजी व श्रेष्ठ वकीलों को पैरवी में नहीं लगाया। जबकि विधायकों के इस्तीफा प्रकरण में जब मैं कोर्ट में गया तो खुद की सरकार बचाने के लिए सीएम ने 20-20 लाख रुपए की फीस में अभिषेक मनु सिंघवी व अन्य वकील लगा दिए। सभा के बाद रैली निकाली गई व कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया गया। रैली को सह प्रभारी विजया राहटकर व प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच ने भी सम्बोधित किया।
Published on:
21 Apr 2023 10:29 am
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