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खैरथल-तिजारा जिले का बदला नाम: क्या अब बदलेगा मुख्यालय? विधानसभा में MLA के सवाल का आया ये जवाब

Rajasthan News: मुंडावर से कांग्रेस विधायक ललित यादव ने राजस्थान विधानसभा में खैरथल-तिजारा जिले का नाम बदलकर भर्तृहरि नगर करने और जिला मुख्यालय स्थानांतरण के मुद्दे पर सवाल उठाया।

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MLA Lalit Yadav

फोटो- एक्स हैंडल

Rajasthan News: अलवर जिले की मुंडावर विधानसभा से कांग्रेस विधायक ललित यादव ने राजस्थान विधानसभा में खैरथल-तिजारा जिले का नाम बदलकर भर्तृहरि नगर करने और जिला मुख्यालय स्थानांतरण के मुद्दे पर सवाल उठाया। विधायक ने सरकार से पूछा कि क्या खैरथल-तिजारा जिले का नाम बदलकर भर्तृहरि नगर करने के साथ-साथ जिला मुख्यालय को भिवाड़ी स्थानांतरित किया जा रहा है?

यदि हां, तो इसके लिए कौन से प्रशासनिक, भौगोलिक और आर्थिक मानदंडों को ध्यान में रखा गया है? उन्होंने मांग की कि इस संबंध में विस्तृत जानकारी सदन के पटल पर रखी जाए। बता दें, इस मुद्दे पर स्थानीय स्तर पर व्यापक विरोध देखने को मिला है, जिसमें ग्रामीणों ने जिले का नाम बदलने के खिलाफ विशाल ट्रैक्टर रैली निकाली और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर जिला बचाने की मांग की।

राजस्व विभाग- कोई अधिसूचना जारी नहीं

इस सवाल के जवाब में राजस्व विभाग ने स्पष्ट किया कि खैरथल-तिजारा जिले का नाम बदलकर भर्तृहरि नगर करने या जिला मुख्यालय को अन्यत्र स्थानांतरित करने के लिए वर्तमान में राजस्व विभाग की ओर से कोई परिपत्र या अधिसूचना जारी नहीं की गई है। विभाग ने यह भी बताया कि इस मामले में कोई औपचारिक निर्णय अभी तक नहीं लिया गया है।

विधायक ललित यादव ने यह भी पूछा कि क्या सरकार ने इस प्रस्ताव पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों या नागरिकों से कोई औपचारिक परामर्श या जनमत संग्रह कराया है? इसके जवाब में राजस्व विभाग ने कहा कि इस तरह का कोई परामर्श या जनमत संग्रह नहीं कराया गया है।

मुख्यमंत्री ने दिए ये निर्देश

हालांकि, सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने राजस्व विभाग को खैरथल-तिजारा जिले का नाम भर्तृहरि नगर करने और जिला मुख्यालय को भिवाड़ी स्थानांतरित करने का प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए हैं। इस प्रस्ताव को पहले कैबिनेट में चर्चा के लिए रखा जाएगा, फिर विधानसभा में पेश किया जाएगा। इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय की मंजूरी के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा।

इस प्रक्रिया में प्रशासनिक और भौगोलिक पहलुओं के साथ-साथ आर्थिक व्यवहार्यता को भी ध्यान में रखा जाएगा। लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।

स्थानीय स्तर पर हो रहा है विरोध

बताते चलें कि खैरथल-तिजारा जिले का नाम बदलने और मुख्यालय स्थानांतरण के प्रस्ताव के खिलाफ स्थानीय स्तर पर विरोध देखने को मिल रहा है। ग्रामीणों ने इसे जिले की पहचान और ऐतिहासिक महत्व पर हमला बताया है। इससे पहले विरोध में हजारों ग्रामीणों ने विशाल ट्रैक्टर रैली निकाली और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर जिला बचाने की मांग की था। वहीं, प्रदर्शनकारियों ने आंदोलन की चेतावनी दी है।