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किरोड़ी का सीएम गहलोत पर पलटवार..जब गुर्जर आंदोलन में देवर, भतीजों को नौकरी दी तो फिर यहां क्यूं नहीं

पुलवामा हमले के शहीेदों की वीरांगनाओं की मांगों को लेकर पायलट निवास के बाहर राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा का धरना जारी रहा। किरोड़ी के साथ धरने पर तीनों वीरांगनाएं भी बैठी हैं। तीन वीरांगनाओं ने गुरुवार को बारिश के बीच एक बार फिर सीएम हाउस की ओर से कूच करने का प्रयास किया।

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जयपुर

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Vijay Sharma

Mar 09, 2023

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पुलवामा हमले के शहीेदों की वीरांगनाओं की मांगों को लेकर पायलट निवास के बाहर धरना जारी

जयपुर। पुलवामा हमले (pulwama attack ) के शहीेदों की वीरांगनाओं की मांगों को लेकर पायलट (sachin pilot) निवास के बाहर राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा (RS MP kirori lal meena) का धरना जारी रहा। किरोड़ी के साथ धरने पर तीनों वीरांगनाएं भी बैठी हैं। तीन वीरांगनाओं ने गुरुवार को बारिश के बीच एक बार फिर सीएम हाउस की ओर से कूच करने का प्रयास किया। लेकिन राजभवन चौराहे पर पुलिस ने उन्हें रोक लिया। इस दौरान वीरांगनाओं, किरोड़ी समर्थक और पुलिस के बीच नोेंकझोंक हुई। लेकिन राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने पहुंचकर मामला शांत किया। वहीं, पुलिस ने बेरिकेट्स लगाकर उन्हें रोक लिया। इस दौरान तीनों वीरांगनाओं ने मुंह में हरी घास लेकर सीएम (CM Ashok gehlot) से मिलने की गुहार लगाई। बाद में सांसद किरोड़ी लाल के साथ तीनों वीरांगनाएं वापस धरना स्थल पर आ गई। इस दौरान एक वीरांगना धरना स्थल पर बेहोश हो गई, जिसका उपचार मौके पर ही किया गया।
इस दौरान किरोड़ी ने सीएम पर पलटवार करते हुए कहा कि राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि वीरांगनाएं सिर्फ मुख्यमंत्री से मिलना चाहती हैं। लेकिन सीएम 10 दिनों से नहीं मिल रहे हैं। सांसद ने कहा कि हम नहीं चाहते कि हम उग्र प्रदर्शन करना नहीं चाहते। उन्होंने कहा कि गुर्जर आंदोलन (Gujar Aandolan in Rajasthan) में 13 मृतक परिवारों में देवर, भतीजों आदि सदस्यों को नौकरी दी गई थी। जब वहां दे सकते हैं तो यहां देने में क्या दिक्कत है? उन्होंने कहा कि जब तक मुख्यमंत्री सुनवाई नहीं करेंगे धरना जारी रहेगा।


—वीरांगनाएं बोली— देवर को नौकरी दिलाना चाहते तो क्या सीएम की बेटे की नौकरी छीन रहे ?
एक वीरांगना ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हमें पता कि हमारा घर कैसे चल रहा है। हम अपने देवर को नौकरी दिलाना चहाते हैं इसमें क्या हम मुख्यमंत्री के बेटे की नौकरी छीन रहे?
वीरांगना ने कहा कि सीएम हमारी परंपराओं ने नहीं समझे। उन्हें एक बार हमसे वार्ता करनी चाहिए।