10 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

RPSC Clerk Grade-II: ऐसे करें तैयारी, ये होगा पाठ्यक्रम

राजस्थान लोक सेवा आयोग, अजमेर द्वारा लिपिक ग्रेड-2 प्रतियोगी परीक्षा की तिथि घोषित कर दी गई है। प्रथम चरण की परीक्षा 1 मई, 2016 को आयोजित होगी।

2 min read
Google source verification

image

Arif Mansuri

Feb 23, 2016

Exams start filling the form, first day 1348 form

Exams start filling the form, first day 1348 form

राजस्थान लोक सेवा आयोग, अजमेर द्वारा लिपिक ग्रेड-2 प्रतियोगी परीक्षा की तिथि घोषित कर दी गई है। प्रथम चरण की परीक्षा 1 मई, 2016 को आयोजित होगी। इस परीक्षा की तैयारी खास रणनीति से की जाए तो सफलता पाने की संभावना बढ़ जाती है। अभ्यर्थियों को समयबद्ध कार्यक्रम बनाकर सामान्य ज्ञान व समसामयिक घटनाओं पर बिन्दुवार ग्रुप डिस्कशन करनी चाहिए। इसके अतिरिक्त अध्ययन की गई सामग्री का रिविजन सफलता के लिए बेहद आवश्यक है।

पेपर पैटर्न समझें
इस परीक्षा के प्रथम चरण में 100-100 अंकों के दो पेपर होंगे, प्रत्येक पेपर में 150 वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाते हैं। फस्र्ट पेपर के पाठ्यक्रम में सामान्य ज्ञान, सामान्य विज्ञान व गणित सम्मिलित किए गए हैं। सेकेंड पेपर में सामान्य हिन्दी व जनरल इंग्लिश के प्रश्न पूछे जाते हैं। इसमें हिंदी और अंग्रेजी के 75-75 प्रश्न पूछे जाएंगे। दोनों पेपर के लिए तीन-तीन घंटे का समय निर्धारित है। इस परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग भी होती है।

परीक्षा का पाठ्यक्रम:-

सामान्य ज्ञान

अभ्यर्थियों के लिए सामान्य ज्ञान के अन्तर्गत वर्तमान समसामयिक घटनाओं पर ध्यान देना जरूरी है। खासकर राजस्थान के संदर्भ में। उन्हें रिसर्जेंट राजस्थान, विभिन्न ऊर्जा परियोजनाएं, 2011 जनगणना के आंकड़े, राजस्थान के भूगोल के अन्तर्गत भौतिक विभाजन, प्रमुख खनिज, नदियां, सिंचाई परियोजनाएं, राष्ट्रीय उद्यान व वन्य अभ्यारण्यों का अध्ययन करना चाहिए। इसके अतिरिक्त राजस्थान की संस्कृति, देवी-देवता, वेशभूषा, आभूषण, मेेले, विभिन्न जाति सम्प्रदाय के नृत्य एवं रीति-रिवाजों से संबंधित प्रश्न पूछे जाने की संभावना है।

सामान्य विज्ञान
इस सेक्शन में धातु-अधातु, मिश्रधातु, विभिन्न रासायनिक अभिक्रियाएं, परावर्तन, अपवर्तन, वर्ण विक्षेपण आदि प्रकाश की परिघटनाएं, इंद्रधनुष, लैन्स व दर्पण के उपयोग से संबंधित सवाल पूछे जाते हैं। साथ ही कोशिकीय संरचना, विभिन्न अंतस्त्रावी ग्रंथिया व उनसे स्त्रावित हार्मोन, पोषक तत्वों के महत्वपूर्ण स्रोत व उनके अभाव से होने वाले रोगों का अध्ययन उपयोगी होगा। पर्यावरण के जैविक-अजैविक घटकों, ग्रीन हाउस प्रभाव, ओजोन क्षय व दैनिक जीवन में काम आने वाली विभिन्न विद्युत युक्तियों और उनसे जुड़े सिद्धांत व नियम का ज्ञान होना जरूरी है।

सामान्य हिंदी
सेकेंड पेपर में हिंदी विषय में शब्द व वाक्यों का शुद्धिकरण, उपसर्ग, प्रत्यय, अनेकार्थक शब्द, विपरीतार्थक शब्द, संधि, समास से संबंधित प्रश्न आवश्यक रूप से पूछे जाएंगे। इसके अलावा वाच्य एवं क्रिया के प्रकार एवं प्रयोग, मुहावरे व लोकोक्तियों से सम्बन्धित प्रश्न भी पूछे जाने की संभावना रहती है। अभ्यर्थियों के लिए विभिन्न कार्यालयी पत्रों को लिखने की शैली का ज्ञान होना आवश्यक है।

गणित
इस सेक्शन के अन्तर्गत सामान्य गणितीय संक्रियाओं जैसे प्रतिशत, लाभ-हानि, सरल ब्याज व चक्रवृद्धि ब्याज, अनुपात-समानुपात, वर्गमूल, घनमूल, गुणनखंड, समीकरण से संबंधित प्रश्न विगत परीक्षाओं में पूछे जाते रहे हैं। अत: अभ्यर्थियों को इन बिंदुओं पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। इसके अलावा प्रतियोगियों को विभिन्न ज्यामितीय आकृति के क्षेत्रफल, परिमाप, त्रिकोणमिति व सांख्यिकी के प्रश्नों को भी हल करने का अभ्यास करते रहना चाहिए।

जनरल इंग्लिश
इसमें इंग्लिश ग्रामर के साथ वाक्य परिवर्तन, वाक्य संरचना, टेन्स (काल), वॉयस, नैरेशन, आर्टिकल और प्रेपोजिशन, समानार्थी शब्द, विलोम शब्द, वन वर्ड सब्सटीट्यूशन आदि पूछे जाते हैं। इसके अलावा वाक्यों का हिंदी से अंग्रेजी अनुवाद व अंग्रेजी से हिंदी अनुवाद, कार्यालीय पत्र लेखन, सर्कुलर, नोटिस, टेंडर आदि की जानकारी और लेखन शैली की जांच की जाती है। इनका व्यावहारिक ज्ञान होना परीक्षा में सफलता के लिए आवश्यक है।

एक्सपर्ट : श्यामसुन्दर शर्मा (लेखक विषय विशेषज्ञ हैं।)

ये भी पढ़ें

image