
विजय शर्मा/जयपुर.
वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय, कोटा (Vardhaman Mahaveer Open University, Kota) से एमकॉम (M.Com)करने वाले हजारों छात्रों को डिग्री के साथ ही धोखा मिल रहा है। विवि की एमकॉम की डिग्री सरकारी (Gov Job) नौकरी में मान्य नहीं है। विवि से सालाना करीब चार हजार छात्र एमकॉम कर रहे हैं। लेकिन कॉलेज सहायक आचार्य (college assistant professor) और प्रथम ग्रेड शिक्षक भर्ती (first grade teacher recruitment) में जब ये छात्र आवेदन करते हैं तो आरपीएससी (RPSC) में विवि की एमकॉम डिग्री मान्य (M.Com degree is not valid in RPSC) नहीं होती। ऐसे में छात्र नौकरी से भी वंचित हो जाते हैं। खास बात है कि एमकॉम करने वाले छात्रों को आवेदन के समय इसकी जानकारी नहीं दी जाती। ऐसे में विवि छात्रों को गुमराह भी कर रहा है।
इसीलिए मान्य नहीं डिग्री:
राजस्थान में विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में एमकॉम तीन अलग-अलग विषयों में कराई जाती हैं। बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन, इकोनॉमिक एडमिनिस्ट्रेशन एंड फाइनेंशियल मैनेजमेंट और अकाउंटस एंड बिजनेस स्टेटिक्स में डिग्री दी जाती है। कॉलेजों में सहायक आचार्य की भर्ती भी तीन अलग-अलग विषयों में निकाली जाती है। जब कोटा ओपन के छात्र इन भर्तियों में आवेदन करते हैं तो उनके पास कॉमन एमकॉम की डिग्री होती है। पिछली भर्तियों में कई मामले सामने आने के बाद आरपीएससी ने विवि को अलग-अलग विषयों में एमकॉम कराने का भी सुझाव दिया, लेकिन पुराने पैटर्न पर ही एमकॉम कराई जा रही है।
वेबसाइट पर इसे स्पष्ट करवाएंगे...
सहायक आचार्य बनने के लिए एमकॉम करते हैं तो इस डिग्री का कोई लाभ नहीं है। इसके लिए हमें तीन अलग-अलग विषय में एमकॉम शुरू करनी होगी। छात्रों को इसकी जानकारी नहीं है। इसके लिए हम अपनी वेबसाइट पर इसे स्पष्ट करवाएंगे।
-प्रो. कैलाश सोडाणी, कुलपति, वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय कोटा
Published on:
25 Feb 2023 03:04 pm
बड़ी खबरें
View Allजयपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
