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Siddhi Yog : साक्षात ईश्वर बोलता है इनके मुख से पर रहती है ये कमी, जानिए आज जन्म लेनेवालों के गुण—अवगुण

ज्योतिष में जन्म समय के योग जातक के व्यवहार—विशेषता, गुण—अवगुणों के बारे में बहुत कुछ जानकारी दे देते हैं। 06 अक्टूबर 2020 को अर्धरात्रोत्तर 12 बजकर 54 मिनट तक सिद्धि योग रहेगा। इसके उपरांत व्यतिपात योग प्रारंभ हो जाएगा। आप भी जानिए इनमें जन्म लेनेवाले बच्चे आखिर कैसे होंगे!

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Kundli Me Siddhi Yog , Harshan Yog , Vajra Yog ,Vyatipat yog In Kundli

Kundli Me Siddhi Yog , Harshan Yog , Vajra Yog ,Vyatipat yog In Kundli

जयपुर. ज्योतिष में जन्म समय के योग जातक के व्यवहार—विशेषता, गुण—अवगुणों के बारे में बहुत कुछ जानकारी दे देते हैं। 06 अक्टूबर 2020 को अर्धरात्रोत्तर 12 बजकर 54 मिनट तक सिद्धि योग रहेगा। इसके उपरांत व्यतिपात योग प्रारंभ हो जाएगा। आप भी जानिए इनमें जन्म लेनेवाले बच्चे आखिर कैसे होंगे!

सिद्धि योग
सिद्धि योग के स्वामी गणेशजी हैं. इस योग में जन्म लेनेवालों में ईश्वरीय शक्तियों का निवास होना माना जाता है. ज्योतिषाचार्य पंडित सोमेश परसाई बताते हैं कि ऐसे जातक ज्यादा हालांकि ज्यादा धनवान नहीं होते हैं लेकिन निवास स्थान—वस्त्र—भोजन की कोई कमी नहीं रहती. इन लोगों की संतान धन कमाने के प्रति लालायित होती हैं.

इनमें जन्म से ही वैराग्य की ओर झुकाव रहता है. ये लोग वेद—पुराण या अन्य ग्रंथों के साथ कई भाषाओं के ज्ञाता भी होते हैं. अपनी वाणी या वचनों की वजह से ये लोग विख्यात होते हैं. ऐसे जातक प्राय: बेहद पूज्य होते है. ऐसे जातकों के अक्सर दो पति या दो पत्नी होती हैं. ऊंची शिक्षा प्राप्त करने से इन्हें बहुत लाभ होता है. यदि ये लोग उच्च वर्ग के संपर्क में आते हैं तो इन्हें जबर्दस्त फ़ायदा होता है.

इस योग में जन्म लेनेवाले जातक अक्सर सलाहकार की भूमिका निभाते हैं. ये लोग आजीवन लोगों को सलाह देते रहते हैं. यहां तक कि सलाह देने का काम ही उनकी आजीविका भी बन जाती है.