
जयपुर। सवाई मानसिंह अस्पताल में डीएनए जांच की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए करीब 7 करोड़ रूपए खर्च कर मेडिको लीगल डीएनए जांच लैब बनाई गई। लाखों रूपए खर्च कर नवीनीकरण हुआ और करोड़ों रूपए की मशीनें खरीदी गईं। लेकिन जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण यह मशीनें लैब तैयार होने के 14 महीने बाद भी धूल फांकती रही। ऐसे में अब इसे पानीपेच स्थित डीएनए लैब भेजने की तैयारी की जा रही है।
जानकारी के मुताबिक जनवरी 2024 में इस लैब का नवीनीकरण कार्य पूरा हो चुका था। इसी के साथ पांच कर्मचारियों का स्टाफ भी यहां लगाया गया। लेकिन डीएनए विषय विशेषज्ञों के पदों पर नियुक्ति नहीं की गई। जबकि इस लैब के बनने पर उम्मीद की जा रही थी कि डीएनए जांच के लिए सैंपल कहीं ओर नहीं भेजने पड़ेगे, साथ ही रिपोर्ट का लंबा इंतजार भी खत्म हो जाएगा।
एसएमएस में यदि यह लैब शुरु होती तो मेडिकल स्टूडेंट्स के लिए डिप्लोमा या सर्टिफिकेट कोर्स भी शुरू किया जा सकता था। सूत्रों के मुताबिक अस्पताल के आला अधिकारी और विभाग के कुछ जिम्मेदार इस लैब को लेकर कभी गंभीर ही नहीं हुए।
-मामले में पत्रिका ने अस्पताल अधीक्षक डॉ. सुशील भाटी को फोन किया, लेकिन उन्होंने व्यस्तता बताते हुए इस मामले में बाद में बात करने की बात कही।
Updated on:
30 Mar 2025 03:03 pm
Published on:
30 Mar 2025 03:00 pm
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