कलाकार ने एब्सट्रैक्ट पेंटिंग के संक्षिप्त इतिहास के साथ सेशन शुरू किया। उन्होंने बताया कि पूर्व-ऐतिहासिक काल में कई संस्कृतियां दीवारों, चट्टानों और मिट्टी के बर्तनों पर एब्सट्रैक्ट आर्ट बनाने के लिए लीनियर शेप और जियोमेट्रिकल स्वरूप का उपयोग करती थी। विन्सेंट वैन गॉग, पाब्लो पिकासो से लेकर जैक्सन पोलक तक, एब्सट्रैक्ट आर्ट के कई प्रणेता हुए। एब्सट्रैक्ट पेंटिंग ज्ञात से अज्ञात की यात्रा है। उन्होंने बताया कि इसमें कलाकार अवचेतन मन आकार, स्वरूप बनाता है और उन्हें इच्छा के अनुसार पेंट करता है।
कराया अभ्यास-कलाकार ने प्रतिभागियों को ड्राइंग पैड पर पेंसिल या चारकोल का उपयोग करके स्कैचिंग का अभ्यास करना सिखाया। फिर कैनवास को टेक्सचर वाइट का उपयोग करके तैयार किया गया और पेंटिंग के लिए टेक्सचर बनाने के लिए हार्ड रोलर को कई बार घुमाया गया। इसके बाद, आर्टिस्ट ने कलाकृति बनाने के लिए जीवंत रंगों और विभिन्न प्रकार के ब्रश का उपयोग किया। उन्होंने प्रतिभागियों को अपनी रचनाओं को जेकेके को भेजने के लिए प्रोत्साहित किया।
आज विजय कुमावत सिखाएंगे ‘चारकोल पेंटिंग’ के गुर