कभी इंसानों के रहने योग्य था मंगल ग्रह का वातावरण
जयपुरPublished: Oct 16, 2022 10:55:49 pm
नया शोध : प्राचीन जीवों ने उस तंत्र को ही खा लिया, जो रोककर रखता था गर्मी को
ग्रीनहाउस गैसों पर ज्यादा निर्भर था लाल ग्रह पर जीवन


कभी इंसानों के रहने योग्य था मंगल ग्रह का वातावरण
वॉशिंगटन. नए शोध से पता चला है कि जलवायु परिवर्तन से बर्बाद होने से पहले मंगल ग्रह पर प्राचीन वातावरण इंसानों के रहने योग्य था। यह शोध नेचर एस्ट्रोनॉमी में प्रकाशित जलवायु मॉडलिंग स्टडी का समर्थन करता है, जिसमें अरबों साल पहले मंगल ग्रह पर रहने वाले सूक्ष्म जीवों पर अध्ययन किया गया था। तब लाल ग्रह का वातावरण आज की पृथ्वी जैसा था। माना जाता है कि सूक्ष्म जीवों का जीवन मंगल ग्रह का वातावरण बदलने के कारण समाप्त हो गया।
अध्ययन में पाया गया कि पृथ्वी पर जीवन पनपने और मंगल पर खत्म होने का कारण दोनों ग्रहों की गैस संरचना तथा सूर्य से उनकी दूरी में अंतर था। चूंकि मंगल सूर्य से बेहद दूर है, इसलिए वहां जीवन उसके वातावरण में मौजूद ग्रीनहाउस गैसों पर ज्यादा निर्भर था। ये तापमान को जीवन योग्य बनाए रखती थीं। शोध के मुताबिक, मंगल पर प्राचीन सूक्ष्म जीवों ने हाइड्रोजन का उपभोग और मीथेन का उत्पादन किया। धीरे-धीरे उन्होंने अपने ग्रह के उस तंत्र को ही खा लिया, जो गर्मी को रोककर रखता था।