9 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

नागौर से सीकर होते हुए हरियाणा बॉर्डर पर पहुंचा टिड्डी दल

हवा का रुख यही रहा तो टिड्डियों का दल दिल्ली तक पहुंच जाएगा

2 min read
Google source verification
नागौर से सीकर होते हुए हरियाणा बॉर्डर पर पहुंचा टिड्डी दल

डिडवाना. ग्राम नौरंगपुरा में एक वृक्ष पर मंडराती टिड्डियां ।

जोधपुर . सत्ताईस साल बाद मध्यप्रदेश में टिड्डी दल के प्रवेश के साथ अब हरियाणा में प्रवेश की आशंका है। नागौर से सीकर होते हुए टिड्डी हरियाणा बॉर्डर पहुंच गई है। उधर पाकिस्तान से श्रीगंगानगर के घड़साना में घुसी टिड्डी जयपुर और दौसा होते हुए चंबल के डांग क्षेत्र से मध्यप्रदेश के ग्वालियर तक पहुंच गई है। हवा का रुख यही रहा तो यह दिल्ली तक पहुंच जाएगी।
हवा की दिशा उत्तरी-पश्चिमी और पश्चिमी होने से टिड्डी दल पाकिस्तान से लगातार भारत आ रहे हैं। इस साल गुलाबी पंख वाली वयस्क टिड्डी आई है, जो फसल चट करती है। यह हवा संग प्रतिदिन 300 से 400 किलोमीटर तक उड़ रही है। भारत में राजस्थान, पंजाब, मध्यप्रदेश, गुजरात इसकी चपेट में आ चुके हैं। शुक्रवार को नागौर के डीडवाना क्षेत्र में 4 किमी तक टिड्डी दल फैल गया।

टिड्डियों का चार किलोमीटर तक फैलाव

डीडवाना (नागौर). क्षेत्र के एक दर्जन गांवों में शुक्रवार को टिड्डियों का दल चार किलोमीटर तक फैल गया। ग्रामीणों ने तगारी, थालियां व अन्य वस्तुओं से तेज आवाज कर टिड्डियों को भगाने का प्रयास किया। टिड्डियों का दल हवा के बहाव की दिशा में आगे बढ़ता रहा। निकटवर्ती पालोट में सुबह साढ़े नौ बजे टिड्डियों के दल ने प्रवेश किया। सरपंच राकेश डारा व चैनाराम डारा ने बताया कि टिड्डियों के दल को देख कर लोग भयभीत हो गए। टिड्डियों के दल ने हरे वृक्षों को नुकसान पहुंचाया।

सब्जियों को चट कर रही

खाचरियावास/लोसल(सीकर). पश्चिमी राजस्थान के बाद अब टिड्डी दल जिले में भी पहुंच गया है। टिडड्ी दल पहुंचने पर किसानों को काफी नुकसान हो रहा है। टिड्डी दल के प्रकोप के चलते खेतों से तोरू, करेला, टमाटर आदि सब्जियों सहित हरे चारे को नुकसान पहुंचा है। खचिरावास कस्बे में शुक्रवार देर शाम को टिड्डी दल पहुंचने पर ग्रामीणों ने पटाखे छोड़कर थाली बजाकर बचाव का प्रयास किया। टिड्डी दल लगभग तीन किलोमीटर लंबी कतार में पहुंचा। कस्बे सहित आसपास के क्षेत्र में पहली बार टिडड़ी दल पहुंचा है इसे देखने के लिए लोगों में उत्सुकता भी नजर आई। टिड्डी दल ने रामजीपुरा, श्यामपुरा, प्रचार होते हुए जयपुर सीमा में प्रवेश किया। लोसल में कोरोना की मार झेल रहे किसानों पर अब टिड्डी का कहर भी बरपा है। पाकिस्तान से नागौर पहुंचा टिड्डी लोसल सीमावर्ती गांवो से होता हुआ कस्बे के समीपतर्वी भीमा, लोसल छोटी व गुमानपुरा, भगतपुरा आदि गांवो में पहुंचा। हवा के तेज होनें के कारण इलाके के गांवो में टिड्डी का पड़ाव देखने को नहीं मिला। जिससे किसानों ने राहत की सांस ली।