
जयपुर।
राजस्थान में विधानसभा चुनाव में 85 पार उम्र के बुजुर्ग और 40 प्रतिशत दिव्यांगता श्रेणी के पात्र 61 हजार से ज्यादा मतदाताओं ने सफलतापूर्वक अपने घर पर ही मतदान करने की सुविधा का लाभ उठाया। अब राज्य का निर्वाचन विभाग लोकसभा चुनाव के पहले चरण में भी घर पर ही मतदान की सुविधा देगा। इसके लिए बीएलओ 26 मार्च तक पात्र मतदाताओं का रजिस्ट्रेशन करेंगे और 5 अप्रेल से घर पर ही मतदान की प्रक्रिया शुरू होगी।
राजस्थान के मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बुधवार को बताया कि समावेशी चुनाव की दिशा में चुनाव आयोग ने यह पहल की है। राजस्थान में बीते दिनों विधानसभा आम चुनाव-2023 के दौरान यह नवाचार सफलतापूर्वक किया गया, जिसमें पात्र पंजीकृत 61,022 मतदाताओं में से लगभग 99 प्रतिशत ने अपने घर पर मतदान करने की सुविधा का लाभ लिया। अब प्रदेश में लोकसभा आम चुनाव-2024 के दौरान भी पहली बार यह सुविधा दी जा रही है।
गुप्ता ने बताया कि निर्वाचक अधिकारी होम वोटिंग का विकल्प चयन करने वाले मतदाताओं की सूची सभी मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों और उम्मीदवारों को 1 अप्रैल तक उपलब्ध कराएगा । इसके बाद होम वोटिंग के विशेष मतदान दल गठित कर उनके प्रशिक्षण की सभी प्रक्रिया 4 अप्रैल तक पूरी कर ली जाएंगी। ये विशेष टीमें राजनैतिक दलों और उम्मीदवारों की मौजूदगी में पंजीकृत मतदाताओं के घर पहुंचकर पोस्टल बैलेट के जरिए मतदान करवाएंगे। होम वोटिंग के लिए मतदान प्रक्रिया 5 अप्रैल से शुरू होकर 14 अप्रैल तक चलेगी। किसी कारण से मतदाता के होम वोटिंग के लिए अनुपस्थित या वंचित रह जाने पर दूसरा दौर 15 से 16 अप्रैल के बीच होगा।
गुप्ता ने बताया कि यह सुविधा विकल्प के रूप में है। लोकसभा चुनाव के लिए होम वोटिंग की सुविधा ऐसे मतदाताओं को मिलती है, जो 85 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों हों या 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगता श्रेणी के विशेष योग्यजन हों। इसके तहत बूथ लेवल अधिकारी द्वारा घर-घर जाकर होम वोटिंग की सुविधा के लिए योग्य मतदाताओं को इसके संबंध में जानकारी उपलब्ध करवाई जा रही है। योग्य मतदाता सुविधा का चयन करने के लिए फॉर्म 12-डी भरकर बीएलओ को देंगे। पहले चरण के मतदान के लिए होम वोटिंग के लिए मतदाताओं का पंजीकरण का कार्य शुरू हो चुका है, जो 26 मार्च तक चलेगा।
Published on:
20 Mar 2024 11:36 pm
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