
वन विभाग ने रोका मेवाड़ को मारवाड़ से जोडऩे वाली रेल लाइन का काम, दीया ने लोकसभा में पहले भाषण में बनाया मुद्दा
शादाब अहमद / नई दिल्ली. राजस्थान ( Rajasthan ) के मेवाड़ ( mewar ) को मारवाड़ ( marwar ) से जोडऩे वाली रेल लाइन बिछाने की परियोजना का मसला राजसमंद की सांसद दीया कुमारी ( Diya Kumari ) ने गुरुवार को लोकसभा ( loksabha ) में उठाया। उन्होंने कहा कि इस महत्वपूर्ण परियोजना का कार्य वन विभाग ( forest department ) के अड़ंगे की वजह से अटका हुआ है।
लोकसभा में दीया कुमारी का यह पहला भाषण था। शून्यकाल ( Loksabha Zero Hour ) में उन्हें मौका मिला और उन्होंने खुद के क्षेत्र की समस्या को प्रमुखता से उठाया। उन्होंने कहा कि मेवाड़ को मारवाड़ से जोडऩे के बीच की कड़ी राजसमंद है। यहां से गुजरने वाली रेल लाइन को मीटर गेज से ब्राड गेज में बदलने का काम केन्द्र सरकार ( Central government ) ने 2017-18 में शुरू किया था। तब इसके लिए 1600 करोड़ रुपए का बजट दिया गया था, बाद में इसे 2600 करोड़ रुपए कर दिया। यह काम पहले तो तेजी से चला, लेकिन बाद में यह टाटगढ़ वन क्षेत्र के यहां आते-आते धीमा हो गया। फिलहाल यह काम बंद पड़ा है। वन विभाग वन क्षेत्र को लेकर स्वीकृति जारी करने में ढिलाई बरत रहा है। उन्होंने केन्द्रीय वन पर्यावरण मंत्री से इस मसले पर मदद करने की मांग की।
दुष्यंत ने उठाया किसान कर्ज माफी मामला
उधर लोकसभा के शून्यकाल में झालावाड़-बारां से सांसद दुष्यंत सिंह ( dushyant singh ) ने राजस्थान की किसान कर्ज माफी ( Farmer's Debt Forgiveness ) का मुद्दा उठाया। दुष्यंत ने कांग्रेस पर किसानों ( farmers ) के साथ धोखा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि राजस्थान में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि ( Prime Minister Kisan Award Fund Scheme ) योजना में ढिलाई बरती जा रही है। दुष्यंत ने राजस्थान के किसानों की बदहाल हालात पर कहा कि कांग्रेस ने चुनाव से पहले संपूर्ण कर्जमाफी का वादा किया था। चुनाव जीतने के बाद राज्य में कांग्रेस की सरकार तो बन गई, लेकिन वह यह वादा पूरा करने भूल गए।
Published on:
27 Jun 2019 04:32 pm
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