
राजस्थान में विकराल होती लम्पी बीमारी, सरकार बैठी है कन्याकुमारी- आप
आम आदमी पार्टी ने राजस्थान की कांग्रेस सरकार पर गौवंश में फैल रही लम्पी बीमारी की रोकथाम व प्रभावी कदम नहीं उठाने के आरोप लगाए है। पार्टी के प्रभारी विनय मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दिल्ली व कन्याकुमारी में व्यस्त है और आमजन बेहाल है। पश्चिमी राजस्थान में पशुधन पालकों में हाहाकार मचा हुआ है लेकिन प्रदेश सरकार इस मामले में गायब है। लम्पी बीमारी के चलते हजारों गायें मृत हो गई। प्रशासन ने इस महामारी में पशुधन पालकों को अपने हाल पर छोड़ दिया है। राजस्थान में गोशालाओं में मृत गायों के ढेर लगे पड़े है, मृत शरीर खुले में डाल दिया जा रहा है, जिससे अन्य बीमारियों के फैलने का खतरा मंडरा रहा है। आप पार्टी की टीमें जल्द ही प्रदेश की बड़ी गोशालाओं का दौरा कर एक रिपोर्ट तैयार करेगी, जिसे आमजन के समक्ष रखा जाएगा।
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मिश्रा ने कहा कि राजस्थान में पशु पालकों पर आजीविका का संकट आ गया है। प्रदेश सरकार को तत्काल पीड़ित पशुपालक परिवारों को आर्थिक सहायता देनी चाहिए। गोमाता के नाम पर वोट मांगने वाली भाजपा इस मुद्दे पर खामोश है। भाजपा और कांग्रेस दोनों का मिलाजुला खेल आमजन समझ रहा है और आम आदमी पार्टी मे उम्मीद देख रहा है। मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत दिल्ली और गुजरात जाकर बड़े-बड़े दावे करते हैं लेकिन प्रदेश के हालात नहीं देख रहे हैं। लम्पी बीमारी के चलते सबसे ज्यादा गायों की मौत उनके गृह सम्भाग जोधपुर में हुई है। पश्चिमी राजस्थान से ही गोसेवा आयोग के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और पशुधन विकास बोर्ड अध्यक्ष है, लेकिन एक भी पीड़ित पशुधन पालकों की कुशलक्षेम पूछने नहीं गया। गौपालन मंत्री गुजरात व दिल्ली में व्यस्त है। मिश्रा ने कहा कि पशुपालन विभाग को लगभग 8 महीने पहले इस बीमारी के बारे में पता चल गया था, 8 महीने पहले सीकर के दुगोली गांव में लंपी स्किन बीमारी का पहला केस आया था। तब से गहलोत सरकार की लापरवाही देखने को मिल रही है।
Published on:
08 Sept 2022 06:44 pm
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