लोगों का कहना है कि एटीएम मशीन में कार्ड स्वैप कर पिन जनरेट करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन मोबाइल पर ओटीपी का मैसेज ही नहीं आ रहा। कई लोग पिछले 2-3 दिन से प्रयास कर रहे हैं लेकिन पिन जारी नहीं हो पा रहा। गौरतलब है कि रिजर्व बैंक की गाइडलाइन के अनुसार देशभर में सभी बैंकों ने 31 दिसम्बर की रात को मैग्नेटिक स्ट्रिप वाले एटीएम कार्ड बंद कर दिए थे। हालांकि बैंकों ने खातेदारों को एटीएम कार्ड समय पर घर पहुंचा दिए लेकिन लोगों ने तब कार्ड चालू नहीं किए। अब एक जनवरी को पुराने कार्ड ब्लॉक हुए तो एकसाथ बड़ी संख्या में लोग कार्ड शुरू करने की कोशिश करने में जुटे हैं।
सुरक्षा के मद्देनजर बदले
बैंकिंग को अधिक सुरक्षित करने के लिए एटीएम कार्ड बदले गए हैं। साइबर विशेषज्ञों के अनुसार मैग्नेटिक स्ट्रिप वाले कार्ड की क्लोनिंग आसान थी। चिप वाले कार्ड से क्लोनिंग की संभावना न के बराबर होगी। चिप वाले कार्ड में हर ट्रांजेक्शन के लिए इनक्रिप्टेड कोड जारी होता है। इस कोड में सेंध लगाना मुश्किल है।
बैंकिंग को अधिक सुरक्षित करने के लिए एटीएम कार्ड बदले गए हैं। साइबर विशेषज्ञों के अनुसार मैग्नेटिक स्ट्रिप वाले कार्ड की क्लोनिंग आसान थी। चिप वाले कार्ड से क्लोनिंग की संभावना न के बराबर होगी। चिप वाले कार्ड में हर ट्रांजेक्शन के लिए इनक्रिप्टेड कोड जारी होता है। इस कोड में सेंध लगाना मुश्किल है।
पिन यों कर सकते हैं जनरेट – एटीएम मशीन में नया कार्ड लगाकर पिन जनरेट का विकल्प चुनें। उसके बाद पंजीकृत मोबाइल नंबर पर ओटीपी आएगा। उस नंबर का इस्तेमाल कर पिन बनाया जा सकता है।
– इंटरनेट बैंकिंग का इस्तेमाल कर पिन जनरेट किया जा सकता है। – कई बैंकों ने एसएमएस के माध्यम से भी पिन जनरेट करने की सुविधा दी है।
दो जनवरी को सचिवालय के भीतर वाले एटीएम में पिन जनरेट करने की कई बार कोशिश की। हर बार एटीएम मशीन पर संदेश आया कि ओटीपी का मैसेज भेजा जाएगा लेकिन मैसेज नहीं आया।
– साक्षी शर्मा, शास्त्रीनगर निवासी
दो जनवरी को सचिवालय के भीतर वाले एटीएम में पिन जनरेट करने की कई बार कोशिश की। हर बार एटीएम मशीन पर संदेश आया कि ओटीपी का मैसेज भेजा जाएगा लेकिन मैसेज नहीं आया।
– साक्षी शर्मा, शास्त्रीनगर निवासी
एक व 2 जनवरी को नया एटीएम कार्ड शुरू करने की कोशिश की लेकिन ओटीपी नहीं आया। इमरजेंसी नहीं थी इसीलिए शिकायत दर्ज नहीं कराई। – शक्ति शेखावत, सी-स्कीम निवासी