कार्यक्रम का आयोजन महाराणा प्रताप फाउंडेशन द्वारा किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में आमजन और विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराणा प्रताप न केवल राजस्थान, बल्कि पूरे देश के गौरव हैं। उनका जीवन हमें सत्य, धर्म और राष्ट्रहित के मार्ग पर चलने की सीख देता है। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए गौरव की बात है कि महाराणा प्रताप जैसे वीर और पराक्रमी योद्धा ने राजस्थान की महान धरती पर जन्म लिया। उनका सम्पूर्ण जीवन हम सभी के लिए प्रेरणापुंज है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रसिद्ध इतिहासकार कर्नल जेम्स टॉड ने हल्दीघाटी के युद्ध की तुलना थर्मोपल्ली से और दिवेर के युद्ध को मेवाड़ का मैराथन बताया था। इससे स्पष्ट है कि राणा प्रताप की वीरता का सम्मान देश ही नहीं, बल्कि विश्व ने भी किया है।
मुख्यमंत्री ने पंडित नरेन्द्र मिश्र की प्रसिद्ध पंक्तियों का उल्लेख करते हुए कहा –“राणा प्रताप इस भरत भूमि, मुक्ति मंत्र के गायक हैं… राणा प्रताप आजादी के अपराजित काल विधायक हैं।”
महाराणा प्रताप टूरिस्ट सर्किट का विकास
शर्मा ने बताया कि राज्य सरकार महाराणा प्रताप के जीवन से जुड़े स्थलों – चावंड, हल्दीघाटी, गोगुंदा, कुंभलगढ़, दिवेर और उदयपुर – को मिलाकर महाराणा प्रताप टूरिस्ट सर्किट विकसित कर रही है, ताकि आने वाली पीढ़ियां उनके त्याग और वीरता से प्रेरणा ले सकें।
महाराणा प्रताप खेल विश्वविद्यालय की स्थापना
प्रदेश में खेलों के विकास को लेकर सरकार महाराणा प्रताप खेल विश्वविद्यालय की स्थापना करने जा रही है, जिससे कोच व खेल विशेषज्ञ तैयार किए जा सकें। भारत की वैश्विक पहचान और ऑपरेशन सिंदूर
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराणा प्रताप का जीवन हमें संप्रभुता और आत्मनिर्भरता का पाठ पढ़ाता है। इसी भावना को आत्मसात कर भारत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वैश्विक शक्ति के रूप में अपनी पहचान बनाई है। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख करते हुए कहा कि यह भारत की ताकत की एक मिसाल है, जिसकी गूंज पूरी दुनिया में सुनाई दी।