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महेश जोशी की भाजपा आलाकमान से मांग, गजेंद्र सिंह को बर्खास्त कर जयपुर के सांसद को बनाए केंद्र में मंत्री

- भाजपा ने जयपुर के सांसद को कभी केंद्र में मंत्री नहीं बनाया, जयपुर के 11 लोकसभा चुनावों में से 9 बार भाजपा जीती

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mahesh joshi

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जयपुर। विधानसभा में मुख्य सचेतक महेश जोशी और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के बीच बयानबाजी का दौर अभी जारी है। रविवार को मुख्य सचेतक महेश जोशी ने एक बार फिर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर हमला बोला है। महेश जोशी ने कहा कि भाजपा आलाकमान को गजेंद्र सिंह शेखावत को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करके जयपुर के सांसद रामचरण बोहरा को केंद्र में मंत्री बनाना चाहिए।

जोशी ने रविवार को एक कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि पिछले 11 लोकसभा चुनावों में से 9 लोकसभा चुनावों में जयपुर से भाजपा जीती है। केवल 2 चुनाव कांग्रेस पार्टी जीती है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पंडित नवल किशोर शर्मा जयपुर से सांसद का चुनाव जीतकर केंद्र में मंत्री बने थे मुझे भी जयपुर का सांसद का चुनाव जीतने के बाद संसदीय दल का कन्वीनर बनाया गया था।


महेश जोशी ने कहा कि भाजपा ने आज तक जयपुर सांसद को केंद्र में मंत्री नहीं बनाया। गिरधारी लाल जहां 6 बार सांसद का चुनाव जीते तो रामचरण बोहरा भी दूसरी बार लगातार चुनाव जीते हैं, लेकिन बावजूद इसके भाजपा आलाकमान जयपुर को केंद्रीय मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व नहीं दे रहा है। जयपुर को उसका हक मिलना चाहिए।

शास्त्री-आडवाणी से सबक ले भाजपा नेता
मुख्य सचेतक महेश जोशी ने भ्रष्टाचार मामले में संघ पदाधिकारी पर लगे आरोपों पर कहा कि भाजपा के नेता अपने बयानों से संघ पदाधिकारी के कृत्य को जस्टिफाई करने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि गलती होती है तो उस पर कार्रवाई होनी चाहिए। जोशी ने कहा कि कांग्रेस की सरकारों ने ऐसी गलतियां होने पर अपने मंत्रियों तक के इस्तीफे लिए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा को पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री से सबक लेना चाहिए।

रेल मंत्री होते हुए लाल बहादुर शास्त्री ने एक रेल हादसे के बाद जिम्मेदारी लेते हुए तुरंत इस्तीफा दे दिया था। अगर भाजपा के नेता शास्त्री से सबक नहीं लेते तो कम से कम आडवाणी से ही सबक ले लें। जोशी ने कहा कि जैन डायरी कांड में नाम आने के बाद आडवाणी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।

राज्यपाल पद की गरिमा बनी रहनी चाहिए
राज्यपाल कलराज मिश्र की पुस्तक पर उपजे विवाद को लेकर मुख्य सचेतक महेश जोशी ने कहा कि राज्यपाल का पद संवैधानिक और सम्मान का पद है। इसकी गरिमा बनी रहनी चाहिए। जोशी ने कहा कि उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं है लेकिन अगर किताब को लेकर कोई कंट्रोवर्सी हुई है तो मुझे विश्वास है कि राज्यपाल इस स्थिति को स्पष्ट करेंगे।

गौरतलब है कि बीते दिनों राज्यपाल कलराज मिश्र की पुस्तक निमित्त मात्र हूं मैं का लोकार्पण हुआ था। इन पुस्तकों को जहां विश्वविद्यालय को जबरन बेचे जाने के आरोप लगे तो वहीं पुस्तक में भाजपा से जुड़ने के आह्वान का भी मामला सामने आने के बाद बवाल मचा हुआ है।