विधायक ज्ञानदेव ने क्यों कहा, न मैं भूख हड़ताल करूंगा न मरूंगा

शहर में शराब ठेकों के विरोध में चल रहे धरने पर शनिवार को समर्थन देने पहुंचे भाजपा विधायक ज्ञानदेव आहूजा को गाय वाला मोहल्ला में महिलाओं ने अपनी सरकार को शराब ठेकों को बंद करने की सीख देने की बात कह वितरण के लिए लाई गुलाबी साडि़यां लौटा दीं।

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Apr 10, 2016
Mla ahuja said, I would rather not die on hunger strike

शहर में शराब ठेकों के विरोध में चल रहे धरने पर शनिवार को समर्थन देने पहुंचे भाजपा विधायक ज्ञानदेव आहूजा को गाय वाला मोहल्ला में महिलाओं ने अपनी सरकार को शराब ठेकों को बंद करने की सीख देने की बात कह वितरण के लिए लाई गुलाबी साडि़यां लौटा दीं। इधर, बानसूर विधायक एवं महिला कांग्रेस की प्रदेशाध्यक्ष शकुंतला रावत भी धरना स्थल पर समर्थन जताने पहुंची।

मैं भूख हड़ताली नहीं लट्ठ हड़ताली हूं

रामगढ़ विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि गुरुशरण छाबड़ा ने भूख हड़लाल की। मैंने उन्हेंं समझाया था, लेकिन वे नहीं माने और शराब बंद कराने के लिए अपनी जान दे दी, लेकिन मैं इस आंदोलन के लिए न भूख हड़ताल करूंगा न मरूंगा। हम लट्ठ हड़ताली हैं, भूख हड़ताली नहीं है, भूख हड़ताल से इन सरकारों पर कोई फर्क नहीं पड़ता। चाहे कोई भी सरकार हो।

जनता व्यसन मुक्त हो। गुजरात की तरह शराब बंद होनी चाहिए। सरकार हमारी है। मैंने प्रधानमंत्री, पार्टी अध्यक्ष और मुख्यमंत्री को फैक्स किया है। मुख्यमंत्री व एक्साइज कमिश्नर से मिलकर शराब ठेकों को बंद कराने के लिए बात करूंगा।

पूर्ण शराब बंदी हो

दलित अधिकार केन्द्र व दलित महिला मंच द्वारा विकास पथ पर गुलाबी गैंग की ओर से पिछले 15 दिनों से शराब ठेकों के विरोध में चल रहे धरने का समर्थन दिया गया। जिला समन्वयक लाल बनवारी मीमरोठ, दलित महिला मंच की चंदा बाई ने कहा कि शराब से समाज बर्बाद हो जाता है। मंच की रईसा सहित अनेक कार्यकर्ताओं ने काफी देर तक होपसर्कस पर नारे लगाए।

इधर, बंद कराए ठेके

सब्जी मंडी के पीछे विकास पथ, गाय वाला मोहल्ला में धरने पर बैठी महिलाओं ने दोपहर में रोड नंबर दो स्थित शराब के ठेके को भी बंद करा दिया। बाद में महिलाओं ने अंडे वाली गली में स्थित देशी व अंग्रेजी शराब ठेकों को भी बंद करा दिया। सड़क नम्बर दो का ठेकेदार तो महिलाओं को दूर से आता देख शटर गिराकर भाग गया।

हद होने पर महिलाएं देती हैं धरना

बानसूर विधायक शकुंतला रावत ने कहा कि महिलाएं घर से तब निकलती हैं जब सारी हदें पार हो जाती हैं। जब उनको कोई रास्ता दिखाई नहीं देता। धरने पर बैठी महिलाओं में से अधिकांश वे हैं जिनके पति, बेटे को शराब लील गई है। सारी मुसीबतों की जड़ शराब है। यहां महिला मोर्चा की प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. पुष्पा गुप्ता और महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष अनीता चौधरी भी मौजूद रहीं।

महिलाओं ने नहीं ली साडिय़ां

रामगढ़ विधायक सब्जी मंडी के पीछे विकास पथ पर बैठी महिलाओं को समर्थन देने पहुंचे। यहां नहीं बांटकर साडिय़ां लेकर विधायक गाय वाला मोहल्ला में पहुंचे। वहां विधायक ने साडिय़ां बांटना चाही तो धरने में शामिल महिला बीना गुप्ता ने विधायक से कहा कि आप सरकार में हैं, हमें आपसे साडिय़ों की जरूरत नहीं है। आप सरकार से जाकर कहें कि धरने पर बैठी महिलाओं की सुध लें और शराब ठेकों को हटवाएं।

लाइसेंसी करे कार्रवाई

बाबूलाल जाट जिला आबकारी अधिकारी अलवर ने बताया कि जो ठेके नियमानुसार स्वीकृत किए हैं, उन्हें कोई जबरदस्ती बंद नहीं करा सकता। ठेकों को बंद कराया जा रहा है तो अनुज्ञाधारी को संबंधित के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए।

Published on:
10 Apr 2016 06:45 pm
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