मौसम विभाग के मुताबिक पांच संभागों में बारिश का असर मौसमी परिस्थितियों के चलते सोमवार शाम तक जारी रह सकता है। मानसून के बाद हो रही बारिश से किसानों की चिंता बढ़ गई है। फसलें पक चुकी हैं और कटाई का दौर चल रहा है। पश्चिमी राजस्थान में मौसम पूरी तरह से शुष्क बना हुआ है।
नया तंत्र हो रहा सक्रिय
मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के मुताबिक बारिश का नया तंत्र सक्रिय हो रहा है। इससे एक ट्रफ रेखा एक अन्य चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र आंध्र प्रदेश से होते हुए छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश होते हुए उत्तराखंड तक फैली हुई है। इससे पश्चिमी विक्षोभ का असर राजस्थान पर भी दिखाई देगा, जिससे राजस्थान के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों में 7 से 10 अक्टूबर तक हल्की से मध्यम बारिश होगी और इस बीच भारी बारिश भी हो सकती है। रविवार से कोटा, बूंदी, बारां और झालावाड़ में सबसे अच्छी बारिश होने की संभावना है, जबकि अलवर के कुछ इलाकों में भारी बारिश होने की संभावना है।
जयपुर, कोटा व टोंक में बारिश की संभावना मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर ने येलो अलर्ट जारी करते हुए शुक्रवार को कोटा, प्रतापगढ़, राजसमंद, सवाई माधोपुर, सीकर, सिरोही, टोंक, उदयपुर, करौली, झुंझुनूं, झालावाड़, जयपुर, डूंगरपुर, धौलपुर, दौसा, चित्तौड़गढ़, बूंदी, भीलवाड़ा, भरतपुर, बारां, बांसवाड़ा, अलवर वहीं अजमेर में कहीं-कहीं गरज के साथ गरज के साथ बूंदाबांदीकी संभावना जताई है।