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शहर की सडक़ों पर 2500 टन से अधिक कचरा

सफाईकर्मियों की हड़ताल तीसरे दिन भी जारी, कचरे के ढेर पर शहर सफाईकर्मियों की हड़ताल को खत्म कराने के लिए गुरुवार को सचिवालय में स्वायत्त शासन विभाग और संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ के बीच डेढ़ घंटे चली वार्ता बेनतीजा रही। श्रमिक संघ ने साफ कर दिया, जब तक मांगों के अनुरूप विज्ञप्ति जारी नहीं होगी, तब तक हड़ताल जारी रहेगी। श्रमिक संघ ने शनिवार को मुख्यमंत्री आवास पर धरने की तैयारी शुरू कर दी है।  

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जोन कार्यालयों पर प्रदर्शन, निकाली रैली

गुरुवार को सभी जोन कार्यालयों पर सफाईकर्मियों ने प्रदर्शन किया। झोटवाड़ा में कृषि मंत्री लाल चंद कटारिया के घर तक रैली निकाली। हैरिटेज निगम मुख्यालय में हुई बैठक में संघर्ष समिति का गठन किया गया। 29 अप्रेल को सुबह 10 बजे स्टैच्यू सर्कल पर सफाईकर्मी एकत्र होंगे और सीएम आवास तक रैली निकालंगे।

बढ़ता जा रहा कचरा

हड़ताल को तीन दिन हो गए हैं। ऐसे में जो अस्थायी कचरा डिपो बने, उन पर कचरा बढ़ता जा रहा है। कचरा न उठने की वजह से दुर्गंध से आस-पास के लोग परेशान हैं।

-शहर की सडक़ों पर 2500 टन से अधिक कचरा एकत्र हो चुका है।

हालत ये
-परकोटे के प्रमुख बाजारों में 15 से 20 जगह कचरा डिपो बन गए।
-गलियों में बदबू की वजह से निकलना मुश्किल हो गया।
-हूपर नहीं पहुंचने से सडक़ों पर कचरे के ढेर लगना शुरू हो गए हैं।
स्वायत्त शासन विभाग के अधिकारियों को वे आदेश दिए हैं, जिनमें सफाईकर्मी भर्ती में आरक्षण लागू जरूरी है। जांच करने की बात अधिकारियों ने कही है। संघ की बैठक में तय हुआ है कि शनिवार को मुख्यमंत्री आवास के बाहर धरना देंगे। आमरण अनशन भी करेंगे।
-नंदकिशोर डंडोरिया, अध्यक्ष, श्रमिक संघ
बिना आरक्षण के भर्ती हुई तो एक ही समाज का वर्चस्व हो जाएगा। फिर आए दिन अपनी मांगों को लेकर धरने और प्रदर्शन करेंगे। सरकार के पास मांगें मानने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा। तीन दिन से गैर वाल्मीकि सफाई कर्मचारी नियमित रूप से काम कर रहे हैं।
-राकेश मीणा, सफाई कर्मचारी नेता

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