
जयपुर। मीनावाला स्थित भुवनेश्वरी वाटिका कॉलोनी में सोमवार शाम जैसे ही बैंड बाजे बजने लगे तो पूरा माहौल ही खुशियों से झूम उठा। आकाश में रंगीन आतिशबाजी और नीचे बॉलीवुड बीट्स पर थिरकते बाराती।
मौका था पाठकों की बेटी संजू की शादी का। शादी में कई मेहमान ऐसे भी थे जो मददगार बनकर बिन बुलाए पहुंचे। कई अनूठी शादी को करीब से देखने की चाहत में वहां आए। सभी का यही कहना था कि शब्दों की ताकत क्या होती है, यह राजस्थान पत्रिका की इस खबर ने फिर से बता दिया। शादी वाले घर में सुबह से ही नाते-रिश्तेदारों के अलावा मददगारों का कुनबा एकत्र होने लगा। सभी अलग-अलग मोर्चों को संभाल रहे थे। कोई हलवाई को निर्देशित कर रहा था तो कोई टैंट वाले को शामियाने व स्टेज के बारे में बता रहा था। देर रात फेरों के बाद गमगीन माहौल में संजू की विदाई हुई।
ये मिले उपहार
साडिय़ां, गृहस्थी का सामान, सोने-चांदी के जेवर, फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक्स आयटम्स, बर्तन।
जितना सोचा उससे कहीं बढकऱ...
संजू के अनुसार जितना सोचा था उससे कहीं बढकऱ मेरी शादी हो रही है। एक बार तो आसमान में से परिवार के हाथ छूट गए थे लेकिन राजस्थान पत्रिका में खबर छपने के बाद सब कुछ मुमकिन हो पाया। मैं दिल से इसके लिए राजस्थान पत्रिका को धन्यवाद कहना चाहूंगी जिसकी एक आवाज पर पूरा शहर मदद को जुटा।
ये बने मददगार
पर्वत सिंह भाटी, अरुण पालावत, अनिल बढ़ाया, कुलदीप कोटेचा, मनीष अग्रवाल, आरएएस भागचंद बधाल, रवींद्र सिंह चिंढालिया, रवि नैयर, प्रदीप मित्तल, पूर्व सरपंच महावीर सिंह चाहर, सुभाष बंसल, अरुण कांकरिया, सीमा गोविंद, जगदीश मीणा, केसर सिंह राठौड़, राकेश जाट, सुमन लता लोहिया, कैलाश मीणा, प्रताप युवा शक्ति संयोजक दिलीप सिंह नाथावत, गौरव पारीक, कमल मीणा, पंडित सुरेश चंद शर्मा, बीपी मूंदड़ा, संजय दीपक, रमेश गुप्ता, बीआर सोनी, मूल सिंह शेखावत, पल्लवी शर्मा, चेतन सिंह, जगदीश मीणा, एडवोकेट नृसिंह गुप्ता राजेश सैनी, रमेश कुमार, माया शर्मा, पालीवाल सिक्यूरिटी सर्विसेज, धर्मेंद्र रामनानी, वीरेंद्र सिंह छावड़ी, जयदीप सिंह, कृष्ण स्वामी, सीपी शर्मा, दिनेश चौधरी, सुरेश टेकवानी, राजीव गुप्ता, विनोद धाणका, देवकी नंदन यादव, संतोष, रॉयल गु्रप, गोविंद फाउंडेशन, सर्वेश्वर महादेव मंदिर बी ब्लॉक वैशाली नगर, सिरसी यूथ एसोसिएशन, वसुंधरा लेडीज क्लब, राष्ट्रीय हिंदू एकता मंच, मां दक्षिणा काली सेवार्थ ट्रस्ट झोटवाड़ा, सौरभ जैन, राजेश शर्मा, महिला सत्संग मंडल निर्माण नगर, सुंदरकांड महिला मंडल निर्माण नगर, नृमदा देवी, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी वैशाली नगर, लायंस क्लब जयपुर हवामहल।
राजस्थान पत्रिका ने उजागर किया था परिवार का दर्द
राजस्थान पत्रिका ने पिता-चाचा लकवाग्रस्त, ‘कैसे पीले होंगे बेटी के हाथ‘ शीर्षक से खबर प्रकाशित कर उक्त परिवार की पीड़ा उजागर की थी। पत्रिका ने उजागर किया था कि लकवाग्रस्त पिता की हालत देख बेटी की शादी के लिए कुछ मददगार आगे आए लेकिन ऐनवक्त पर पीछे हट गए। तब तक कार्ड छपकर बंट चुके थे, 6 दिन बाद शादी होनी है लेकिन घर में रसोई का सामान तक नहीं है। परिवार का मुखिया रामलाल 15 साल पहले लकवे का शिकार हुआ था। बेटी संजू ने बताया कि पिता को अस्पताल से लेकर धार्मिक स्थलों तक दर-दर ले गए लेकिन वह ठीक नहीं हुए। इस बीच परिवार दिनोंदिन आर्थिक संकट से घिरता गया। मां गंगादेवी ठेला लेकर आसपास की कॉलोनियों में सब्जी बेचकर जो कमा रही थी, वह भी दवाओं पर खर्च हो रहा था।
Published on:
23 Jan 2018 05:00 pm
बड़ी खबरें
View Allजयपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
