
प्लानिंग बदलने पर बरसे सांसद बोहरा, कमेटी चेयरमेन ने 15 दिन में मांगा लिखित जवाब तो अफसरों में मची खलबली
जयपुर। शहरी विकास से जुड़ी संसदीय स्टैंडिंग कमेटी की रविवार को शहर के पांच सितारा होटल में हुई बैठक में स्मार्ट सिटी की प्लानिंग बदलने, मौजूदा मेट्रो रेल में यात्रियों की अपेक्षित संख्या नहीं होने, स्वच्छता में कोताही बरतने सहित अन्य कई मुद्दों पर कमेटी सदस्यों ने सवाल उठाए। कमेटी सदस्य और जयपुर शहर सांसद रामचरण बोहरा केंद्र फंडिंग से जुड़े प्रोजेक्ट की लगातार प्लानिंग बदलने पर सवाल उठाते गए। उन्होंने यहां तक दिया कि एवाइजरी फोरम का सदस्य होने के बावजूद अफसरों ने प्लानिंग बदलने से जुड़े पहलुओं औेर अन्य मामलों में पूछा तक नहीं।
इस पर कमेटी चेयरमैन जगदम्बिका पाल ने अफसरों से 15 दिन में लिखित में जवाब मांग लिया है। सूत्रों के मुताबिक मंत्रालय को सौंपी जाने वाली रिपोर्ट में इसका भी उल्लेख किया जाएगा। इस कारण संबंधित अफसरों में खलबली मची हुई है। बैठक में यूडीएच, स्वायत्त शासन विभाग, स्मार्ट सिटी, मेट्रो अधिकारियों ने प्रजेंटेशन दिया।
ऐसे तो कब तक चलाओगे मेट्रो
मेट्रो रेल के मौजूदा रूट पर यात्रियों की अपेक्षित संख्या नहीं होना का मामला भी सामने आया। कमेटी सदस्यों ने पूछा कि ऐसी स्थिति में तो कब तक मेट्रो चलाओगे। यहां लोगों की संख्या बढ़ाने का क्या कोई प्लान है? इस पर मेट्रो व यूडीएच अफसर जल्द प्लान बनाने की बात कही। इसकेे अलावा मेट्रो का दायरा सीतापुरा से मानसरोवर और चांदपोल से वीकेआई तक का प्लान बनाने और केन्द्र सरकार से फंडिंग का विकल्प खुला होने की जानकारी दी गई।
इन पर भी हुई चर्चा
-कमेटी सदस्यों का मानना था कि एबीडी एरिया में ही ज्यादा से ज्यादा काम हो। जयपुर शहर में 600 एकड़ में एबीडी एरिया फैला हुआ है, जिसका करीब-करीब पूरा हिस्सा चारदीवारी का है। यहां चारदीवारी के बाहर भी करोड़ों के प्रोजेक्ट चल रहे हैं।
-कमेटी के आने पर जो सफाई की गई, वही लगातार चले। ऐसा नहीं हो कि कोई कमेटी या जनप्रतिनिधि या प्रतिनि धि मण्डल आए तो ही काम हो। अभी शहर में ऐसा ही नजर आया।
Published on:
14 Nov 2021 11:01 pm
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