मालवीयनगर के सेक्टर-12 स्थित श्री मालेश्वर महादेव मंदिर में नवदुर्गा सप्तशती नवचंडी महायज्ञ का आयोजन किया गया। आचार्य डॉ. लवभूषण के सानिध्य में आयोजित इस महायज्ञ की शुरूआत पूरे विधि-विधान के साथ हुई। करीब दो घंटे से भी अधिक समय तक नवचंडी 11 पंडितों ने सामूहिक रूप से नवचंडी पाठ किया।
जयपुर। मालवीयनगर के सेक्टर-12 स्थित श्री मालेश्वर महादेव मंदिर में नवदुर्गा सप्तशती नवचंडी महायज्ञ का आयोजन किया गया। आचार्य डॉ. लवभूषण के सानिध्य में आयोजित इस महायज्ञ की शुरूआत पूरे विधि-विधान के साथ हुई। करीब दो घंटे से भी अधिक समय तक नवचंडी 11 पंडितों ने सामूहिक रूप से नवचंडी पाठ किया। दोपहर करीब अढाई बजे 9 हवन यज्ञ कुंडों में हवन किया गया। मुख्य हवन कुंड में आचार्य डॉ. लवभूषण ने यज्ञ की पूर्णाहुति की। इसके अलावा दूर-दराज से आए श्रद्धालुओं ने यज्ञ में आहुतियां दी। शाम पांच बजे के बाद यज्ञ की पूर्णाहुति के उपरांत सामूहिक आरती हुई। आरती के बाद प्रसाद वितरित किया गया।
नवदुर्गा सप्तशती नवचंडी महायज्ञ की महत्ता के बारे में जानकारी देते हुए आचार्य डॉ. लवभूषण ने कहा कि नवचंडी यज्ञ देवी माँ का आशीर्वाद प्राप्त करने में सहायता करता है। यदि आपका भाग्य आपके पक्ष में नहीं हैं, तो उन्हें अपने पक्ष में करने हेतु सहायक है। एक बार नवचंडी यज्ञ को पूर्ण विधि सहित करने से यह यज्ञ सबसे अधिक ऊजार्वान और सकारात्मक माहौल बना देता है। नवचंडी यज्ञ हवन एक असाधारण, अतुलनीय और बड़ा यज्ञ है जो देवी माँ की शक्तियों को आपसे जोड़ती है।