डोटासरा ने आरोप लगाया कि पूर्ववर्ती भाजपा के कार्यकाल में शिक्षा संकुल में एक वर्कशॉप की गई। तत्कालीन मंत्री के निर्देश पर वर्कशॉप में निर्देश दिए, इसी नाम से सरकारी आदेश निकाला गया। जिसमें स्पष्ट निर्देश दिए गए थे कि विद्या भारती एनजीओ की तर्ज पर पुस्तकें लिखवाई जाएं। उन्हीं किताबों को स्कूल में पढ़ाया जाए। उन किताबों में बताया गया कि हल्दीघाटी का युद्ध, पानीपत का युद्ध साम्प्रदायिक युद्ध थे। जबकि ये सत्ता-संघर्ष के युद्ध थे।
शिक्षा व्यवस्था को चैपट करने का प्रयास: मीणा
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता पंकज मीणा ने डोटासरा के बयान पर कहा कि शिक्षा मंत्री की रूचि महात्मा गांधी, चन्द्रशेखर आजाद, भगतसिंह जैसे महान क्रांतिकारी की जगह गांधी परिवार का गुणगान करने में है। आजादी के वीर सिपाही का इतिहास न पढ़ा, एक परिवार का यशगान कर शिक्षा मंत्री राज्य के विद्यार्थियों के दिमाग का कांग्रेसीकरण करना चाहते है। हालांकि वो यह भुल गए कि इससे राज्य का विद्यार्थी पूरे देश के विद्यार्थियों से पिछड़ जाएगा और उसका सीधा असर भविष्य में उसके रोजगार पर पड़ेगा।