
New District in Rajasthan : राजस्थान में नए जिलों बनाए जाने की कयावद शुरू हो गई है। दस से अधिक नए जिले की मांग आई है। क्षेत्रीय नेता और नागरिक संगठन आंदोलन कर रहे हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत फुलेरा, मालपुरा, लाडनूं, सुजानगढ़, भीनमाल, गुढ़ामालानी, खाजुवाला, सोजत, निंबाहेणा, जैतारण, खेतड़ी, भिवाड़ी, उदयपुरवाटी और सूरतगढ़ को लेकर विचार भी कर रहे हैं। बहुत हल्द ही 19 जिलों के अलावा भी नए नाम सामने आ सकते हैं।
इस कयावद बीच प्रदेश के नए जिलों के गठन की प्रक्रिया अंतिम चरण में पहुंच गई है। जिलों को लेकर रामलुभाया कमेटी की रिपोर्ट आने वाले पांच-सात दिन में राज्य सरकार को मिल जाएगी। इस बीच जिलों के गठन को अंतिम रूप देने के लिए राजस्व विभाग और मुख्यमंत्री कार्यालय में भी काम चल रहा है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने करीब सवा माह पहले 19 नए जिले व 3 नए संभाग बनाने की घोषणा की थी। हालांकि अंतरिम रिपोर्ट में ही पूर्व आईएएस रामलुभाया की कमेटी ने प्रस्तावित जिलों की सीमाएं बता दी थी अब सरकार ने कमेटी से नए जिलों पर आई आपत्तियों और सुझावों का परीक्षण करने को कहा है। बताया जा रहा है कि नए जिलों को लेकर आपत्ति और सुझाव के करीब 7-8 मामले आए हैं।
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कोटपूतली-बहरोड़ जुड़वा जिला
क्षेत्रीय चारों विधायकों की सहमति के कारण कोटपूतली-बहरोड़ को संयुत जिला बनाया गया है। पर्याप्त जमीन नहीं होने के कारण बहरोड़ के लिए मुश्किल हो रही थी लेकिन वह डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का हिस्सा है और मेट्रो लिंकेज है। सोतावाला में कार्यालयों के लिए दस हेटेयर जमीन भी है। उधर, कोटपूतली में पनियाला के पास 200 बीघा जमीन उपलब्ध है।
दूदू बनेगा जिला
दूदू और सांभर दोनों ही जगह से जिला बनाने की मांग थी लेकिन दूदू के पास सांभर से अधिक तहसील हैं और वह इन तहसीलों का सेंट्रल पॉइंट भी है। वहीं दूदू में सरकारी कार्यालयों के लिए 150 बीघा जमीन भी है।
जयपुर को इसलिए बांटा
कोटपूतली व दूदू के जिला बनने के बावजूद जयपुर जिला काफी बड़ा था। सेंट्रल पॉइंट से दूरी को देखते हुए शेष जयपुर को भी दो जिलों में बांटने का विचार आया। दिल्ली सहित कई महानगर भी एक से अधिक जिलों में बंटे हुए हैं।
नोएडा की तरह बनेगा खैरथल
खैरथल के नोएडा की तर्ज पर विकसित होने की संभावना है, क्योंकि यह एनसीआर का भाग है और विकास के लिए जमीन की भी पर्याप्त उपलधता है। नोएडा को भी शुरुआत में जीरो से
विकसित किया गया था
जानिए किस जिले में कौन तहसील
रिपोर्ट के मुताबिक कुचामन-डीडवाना जिले में कुचामन, डीडवाना, नावां, परबतसर, लाडनूं और मकराना को शामिल किया जाएगा। दूदू जिले में दूदू, रेनवाल, जोबनेर, महलां, फुलेरा, नरेना, फागी, रूपनगढ़, पचेवर और मालपुरा का कुछ इलाका शामिल होगा। कोटपूतली-बहरोड़ जिले में कोटपूतली, बहरोड़, विराट नगर, बानसूर, नीमराणा और शाहपुरा शामिल किया जाएगा। यह जुड़वा जिला होगा।
वहीं नीम का थाना जिले में नीम का थाना खंडेला, उदयपुरवाटी और श्रीमाधोपुर शामिल है। जिला शाहपुरा में शाहपुरा, बनेड़ा, कोटड़ी, जहाजपुर, गुलाबपुरा, मांडलगढ़ और बिजौलिया को शामिल किया गया गया है। ब्यावर जिले में ब्यावर, रायपुर, बदनोर, मांगलियावास, रास, बर, भीम, जवाजा, मसूदा, जैतारण और टॉडगढ़ आएगा। बालोतरा जिले में बालोतरा, पचपदरा, खाड़ला, मंडली और सिवाना शामिल है।
केकड़ी जिले में केकड़ी, टोडारायसिंह-मालपुरा का कुछ इलाका, सावर, सरवाड़, विजयनगर, भिनाय, अरांई का क्षेत्र शामिल है। सांचौर जिले में सांचौर, चितलवाड़ा, रानीवाड़ा, चौहटन, भीनमाल, झाब, सरवाना, गुढ़ामालानी का कुछ इलाका लिया गया है। फलौदी जिले में फलौदी, लोहावट, लोख व खींवसर का कुछ क्षेत्र शामिल है तो अनूपगढ़ में अनूपगढ़, रायसिंहनगर, खाजूवाला, छत्तरगढ़ शामिल किया गया है।
Updated on:
22 Apr 2023 08:58 am
Published on:
22 Apr 2023 07:58 am
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