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New Year 2022 Good News: 10 साल बाद नववर्ष की शुरुआत विभिन्न योग संयोगों में

New Year Good News: नववर्ष—2022 की शुरुआत विभिन्न योग संयोगों में हुई। खास बात यह है कि नया साल शनिवार से शुरू होकर शनिवार को ही खत्म होगा। ज्योतिषविदों के मुताबिक इस दिन ज्येष्ठा नक्षत्र, मासिक शिवरात्रि होने के साथ ही कई शुभ योग रहे।

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New Year 2022 Good News: नववर्ष—2022 की शुरुआत विभिन्न योग संयोगों में हुई। खास बात यह है कि नया साल शनिवार से शुरू होकर शनिवार को ही खत्म होगा। ज्योतिषविदों के मुताबिक इस दिन ज्येष्ठा नक्षत्र, मासिक शिवरात्रि होने के साथ ही कई शुभ योग रहे।

शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या वाले जातक काली वस्तुओं, तेलाभिषेक जरूर करें। शनि—बुध के द्विग्रह योग बनेगा, नए साल के लिहाज से यह राशि परिवर्तन प्रजाहित और प्रजातंत्र में कई मायनों में खास होगा। कई नई योजनाएं शुरू होगी, साथ ही कमजोर तबके को विशेष फायदा मिलेगा। ज्योतिषाचार्य पं.विनोद शास्त्री ने बताया कि वर्ष 2022 कन्या लग्न में शुरू हो चुका है। इस साल राहु, केतु, शनि बृहस्पति के ग्रह संयोग खास होंगे। इससे आर्थिक गतिविधियों में गति मिलेगी। आमजन हरियाली को नकारात्मक उर्जा को दूर करने के लिए पौधे लगाए। चार ग्रहण में से दो ग्रहण दिखाई देंगे।

ज्योतिषाचार्य पं.राजकुमार चतुर्वेदी ने बताया किनववर्ष 2022 अंक गणित के हिसाब से 2022 का योग 6 अंक होता है। मूलांक 6 का स्वामी शुक्र को कहा गया है जो धन,ऐश्वर्य , सुख, संपत्ति और निरोगी काया देने वाले है। शनिवार के दिन किए गए सभी कार्य स्थाई होते हैं । कुमार योग और सर्वार्थसिद्धि योग में नववर्ष का आगमन होने से यह सभी के लिए सुखसमृद्धि दायी होगा।

देवदर्शनों के लिए उमड़ी भीड़

नववर्ष—2022 के पहले दिन मंदिरों में अलसुबह से भगवान के दर्शनों के लिए भक्तों की रौनक देखने को मिली। शहर आराध्य गोविंद देव जी से लेकर आमेर स्थित शिला माता मंदिर, मोतीडूंगरी गणेश मंदिर सहित अन्य मंदिरों में भक्तों ने प्रभु के दर्शन कर सुखसमृद्धि, कोरोना से मुक्ति की कामना की। इस दौरान भक्तों ने नए साल में कई संकल्प भी लिए। नए साल में कोरोना के मद्देनजर शहर के बड़े मंदिर प्रबंधनों ने कोरोना के मद्देनजर विशेष तैयारियां भक्तों के दर्शनों के लिए की है।


गोविंद देव जी, मोती डूंगरी गणेश मंदिर, खोले के हनुमान मंदिर, अक्षयपात्र, अक्षरधाम, इस्कॉन, आमेर स्थित शिलामाता मंदिर सहित अन्य मंदिरों में पहुंचकर दर्शन किए। हालांकि बीते साल के मुकाबले इस बार ज्यादा भीड़ मंदिरों में नहीं देखने को मिली। इस दौरान भगवान का विशेष श्रृंगार हुआ। वहीं भगवान का अभिषेक करवाकर विशेष पकवानों की झांकी सजाई गई। गोविंद देव जी मंदिर में महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सान्निध्य में विशेष पूजा हुई। कृष्ण बलराम मंदिर जगतपुरा में हरिनाम संकीर्तन सहित अन्य आयोजन हुए।