
जयपुर। विकास प्राधिकरण भूमि अवाप्ति प्रक्रिया का जमीन समाधि लेकर विरोध कर रहे किसानों ने आख़िरकार अन्न त्याग अनशन खत्म कर दिया है। हफ्तेभर से अन्न त्यागकर अनशन कर रहे किसानों ने बीती रात को भोजन ग्रहण की और खत्म किया अनशन। नींदड़ में बीती रात 22 पुरूष और 11 महिला किसानों ने अन्न त्याग अनशन तोड़ा।
गौरतलब है कि हफ्तेभर से जमीन समाधि लेकर अनशन शुरू करने वाले किसानों ने अपनी मांगों को लेकर अन्न त्याग दिया था। 22 पुरूष और 11 महिला किसान जमीन में समाधि लेकर अनशन कर रहे थे। जमीन समाधि अनशन के बाद नगरीय विकास मंत्री श्रीचंद कृपलानी, जेडीए आयुक्त और कलक्टर से वार्ता के बावजूद किसानों की मांगों का कोई हल नहीं निकला।
जेडीए ने किसानों की मांगे मानने से इनकार कर दिया। राज्य सरकार और जेडीए के रवैये को देखते हुए किसानों ने खुद ही अन्न त्याग अनशन तोड़ने का फैसला किया। यहां अनशन कर रहे किसानों का कहना है कि 8 दिन से अन्न त्यागकर जमीन में गड्ढा खोदकर बैठे हैं, लेकिन सरकार का कोई भी नुमाईंदा यहां नहीं आया। लगातार भूखे रहने से लोगों की तबियत खराब होने लगी थी। आखिर कब तक भूखे रहते।
जिंदा रहने के लिए खुद ही अन्न त्याग अनशन करने का अनशन खत्म करने का फैसला किया। बीती रात किसानों ने ही अनशनकारियों को अन्न ग्रहण करवाया। 1350 किसान लेंगे जमीन समाधि आंदोलन कर रहे किसानों का कहना है कि अब जमीन समाधि आंदोलन को तेज करने की रणनीति बनाई जा रही है। अब 1350 बीघा जमीन के लिए हक की लड़ाई लड़ रहे किसान इतने ही गड्ढे खोदकर उनमें जमीन समाधि लेंगे। किसान आंदोलन को व्यापक बनाने के लिए रणनीति बनाई जा रही है। जल्द ही और गड्ढे खोदने का काम शुरू किया जाएगा।
Published on:
11 Oct 2017 11:30 am
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