
Now the danger of dengue, patients are increasing every day
Jaipur कोरोना की दूसरी लहर से अभी पूरी तरह राहत नहीं मिली है कि राजधानी में डेंगू पैर पसारने लगा है। कोरोना के लक्षणों के बीच अब इसके लक्षण की पहचान करने और समय पर इलाज देने के लिए चिकित्सा विभाग की सांस फूलने लगी है। सितंबर की शुरुआत में ही अलवर की एक किशोरी की डेंगू से मौत के बाद अब हर अस्पताल में ऐसे लक्षण वाले मरीजों की प्राथमिकता से जांच कर तुरंत इलाज किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल एसएमएस में इन दिनों डेंगू के मरीज बढ़ने लगे हैं। यहां हर दिन 10 से ज्यादा मरीजों की डेंगू की जांच की जा रही है। लक्षण के आधार पर उन्हें भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। साथ ही अस्पताल के ब्लड बैंक में प्लेटलेट्रस का पर्याप्त स्टॉक रखे जाने के निर्देश भी दिए गए हैं।
अन्य जिलों से आ रहे मरीज
जयपुर जिले में एक सितंबर से अब तक 44 डेंगू के मरीज मिले हैं, हालांकि आंकड़ों के मुताबिक जिले में इस महीने इससे कोई मौत दर्ज नहीं की गई है। वहीं इस दिनों हर दिन मरीज बढ़ रहे हैं। जएसएमएस के मेडिसिन विभाग के डॉ. रमन शर्मा ने बताया कि मेडिसिन के 10 यूनिट हैं। हर यूनिट में डेंगू के मरीज भर्ती हो रहे हैं। लक्षण दिखते ही उनका एनएस-1 एंटीजन टेस्ट किया जा रहा है। बुखार, जुकाम जैसी मौसमी बीमारियों के मरीज इन दिनों ज्यादा आ रहे हैं। इन्हीं लक्षणों के आधार पर डेंगू की जांच भी बढ़ाई गई है। उनका कहना है कि डेंगू के लक्षणों के मरीज अलवर, दौसा और जयपुर ग्रामीण इलाकों से ज्यादा आ रहे हैं।
बरसात से बढ़ी चिंता
जयपुर जिले में जनवरी से अब तक कुल 558 डेंगू के मरीज दर्ज किए जा चुके हैं। सितंबर का महीना आधा बीत जाने पर भी बरसात लगातार जारी है। ऐसे में मौसमी बीमारियों के साथ डेंगू का खतरा भी बढ़ा है। बरसात रूकने के बाद डेंगू के विषाणु सक्रिय हो जाते हैं। इस रोग में तेज बुखार, जोड़ों में दर्द तथा तेज सिर दर्द होता है। कभी-कभी रोगी के शरीर में आंतरिक रक्त स्त्राव भी होता है।
इनका कहना है
सितंबर शुरूआत में मरीज ज्यादा थे, अब जागरूकता पर काम किया जा रहा है। कोरोना के साथ अब डेंगू का भी घर-घर सर्वे किया जा रहा है। टेमी फलू की दवाएं बांटी जा रही हैं।
डॉ. नरोत्तम शर्मा, सीएमएचओ, जयपुर प्रथम
एसएमएस में लक्षणों के आधार पर डेंगू की ज्यादा से ज्यादा जांच की जा रही है। मरीजों को तुरंत इलाज दिया जा रहा है। ब्लड बैंक को प्लेट्लेट्स का स्टॉक पर्याप्त रखने के निर्देश दे दिए गए हैं।
डॉ. विनय मल्होत्रा, चिकित्सा अधीक्षक, एसएमएस
Published on:
14 Sept 2021 08:29 pm
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